-महापौर ने कहा नहीं मिल रहा सरकारी विभागों का सहयोग

-सभासद भी वोटिंग कराने में नहीं ले रहे रुचि

-शहर विधायक कई स्कूलों में पहुंचे वोटिंग कराने के लिए

Meerut। स्मार्ट सिटी के लिए वोटिंग करने में शहर की जनता तो रुचि दिखा रही है, लेकिन सरकारी विभाग इस काम में सबसे पीछे हैं। महापौर ने स्मार्ट सिटी के लिए सरकारी विभागों का सहयोग न मिलने की बात कही। वहीं महापौर ने सभासदों का सहयोग न मिलने की बात कही। उधर शहर विधायक ने वोटिंग का प्रतिशत बढ़ाने के लिए युवाओं का सहारा लिया। कई स्कूल व कॉलेजों में जाकर छात्र व छात्राओं से वोटिंग करने की अपील की।

तीन दिन में 20 हजार फार्म

सभासदों ने तीन दिन में केवल 20 हजार फॉर्म ही भरकर दिए हैं। जबकि अब केवल चार दिन शेष बचे हैं। अभी सभासदों को एक लाख चालीस हजार फार्म भरवाकर जमा करने हैं। चार दिन में फार्म जमा करना बहुत ही मुश्किल काम है। महापौर ने भी इस पर चिंता व्यक्त की है।

शहर के पांच मिनट कुर्बान

नगर आयुक्त डीकेएस कुशवाहा ने शहर की जनता से अपील की है कि स्मार्ट सिटी के लिए अपना पांच मिनट दें। वेबसाइट पर जाकर वोटिंग करें। क्योंकि अभी तक केवल 42 हजार ही वोटिंग हुई है।

बाकी शहर आगे मेरठ पीछे

देश के अन्य शहरों के मुकाबले मेरठ शहर वोटिंग के मामले में बहुत ही पीछे है। देश के अन्य शहरों में एक लाख से अधिक वोटिंग हो चुकी है। लेकिन मेरठ में अभी 40 हजार का आंकड़ा पार किया है। ऐसे में मेरठ का स्मार्ट सिटी बनना मुश्किल ही नहीं नामुकिन है।

युवाओं का सहारा

शहर विधायक और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ। लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने स्मार्ट सिटी के लिए वोटिंग कराने के लिए युवाओं का सहारा लिया। मंगलवार को वाजपेयी केएल इंटरनेशनल स्कूल, बीआईटी कॉलेज और शोभित यूनिवर्सिटी पहुंचे। वहां पर छात्र व छात्राओं से अधिक से अधिक वोटिंग करने की अपील की।

नगर निगम पहुंचे विधायक

शोभित यूनिवर्सिटी में स्मार्ट सिटी की वेबसाइट न खुलने पर शहर विधायक लक्ष्मीकांत वाजपेयी नगर निगम पहुंचे। वेबसाइट ने खुलने की शिकायत दर्ज कराई।

सरकारी विभागों का जितना सहयोग मिलना चाहिए नहीं मिल रहा है। सभासद वोटिंग बढ़ाने के लिए प्रयास कर रहे हैं। 40 हजार का आंकड़ा पार कर लिया। चार दिन शेष बचे हैं।

-हरिकांत अहलूवालिया, महापौर

Posted By: Inextlive