करियर से जुड़े कन्फ्यूजन को करें दूर
* साइकोलॉजिकल टेस्ट्स से स्टूडेंट्स की पर्सनालिटी, एबिलिटी और इंटरेस्ट के बारे में मिलती है सही जानकारी
* करियर के बारे में सही निर्णय लेना हो जाता है आसान
बच्चे का रुझान पता चलेगा
आमतौर पर स्कूल एग्जाम्स के जरिए सिर्फ इस बात का आंकलन किया जाता है कि स्टूडेंट्स को पढ़ाया गया सिलेबस कितनी अच्छी तरह से आता है। इनसे इस बात का अंदाजा लगाना मुश्किल होता है कि किसी स्टूडेंट का रुझान किस फील्ड की तरफ है या उसके अंदर किस तरह की एबिलिटीज मौजूद हैं। शायद यही कारण है कि सही समय पर बच्चों को करियर के संबंध में प्रॉपर गाइडेंस नहीं मिल पाती और इसके चलते उनके कई साल भी वेस्ट हो जाते हैं।
एबिलिटीज होगी डीकोड
स्टूडेंट्स के लिए अपनी कैपेबिलिटीज के अनुसार सही फील्ड का चुनाव करने में साइकोलॉजिकल टेस्ट्स की अहम भूमिका होती है। आप भी इस टेस्ट की हेल्प से बेहतर करियर प्लान कर सकते हैं। पर्सनालिटी को करता है डीकोड साइकोलॉजिकल टेस्ट्स इस तरह से डिजाइन किए जाते हैं कि इनसे स्टूडेंट्स की पर्सनालिटी, थिंकिंग, इंटरेस्ट्स और एबिलिटीज को आसानी से डीकोड किया जा सके।
स्टूडेंट की प्रोग्रेस पर नजर
यही कारण है कि लगभग सभी करियर काउंसलर्स और एजुकेशनल एक्सपट्र्स भी स्टूडेंट्स को साइकोलॉजिकल टेस्ट्स में अपियर होने की सलाह देते हैं। इनके माध्यम से स्टूडेंट्स की साइकोलॉजिकल नीड्स के बारे में भी पता चलता है। ऐसे टेस्ट्स स्टूडेंट की प्रोग्रेस पर नजर रखने में भी कारगर होते हैं। इन टेस्ट्स में स्टूडेंट्स की परफॉर्मेंस की हेल्प से उनका असेसमेंट किया जाता है।
एक साइकोलॉजिकल टेस्ट
इसके बाद फिर कस्टमाइज्ड अप्रोच के साथ टीचर्स उनकी पढ़ाई पर ध्यान दे सकते हैं। इसकी हेल्प से स्टूडेंट को अपनी स्ट्रेंथ और वीकनेस के बारे में भी पता चलता है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट इंडियन इंटेलिजेंस टेस्ट (आईआईटी) एक ऐसा ही साइकोलॉजिकल टेस्ट है, जिसकी हेल्प से स्टूडेंट्स को अपनी एबिलिटीज और इंटरेस्ट के बारे में पता चलता है।
इस टेस्ट में शामिल होने के लिए यहां करें रजिस्ट्रेशन
प्रॉपर असेसमेंट भी कर सकते
इसकी हेल्प से वो अपना प्रॉपर असेसमेंट भी कर सकते हैं। यही नहीं, पेरेंट्स और टीचर्स भी स्टूडेंट्स की इंटेलिजेंस के बारे में जानकर उन्हें आगे के लिए उसी के अनुसार तैयार कर सकते हैं। यही कारण है कि पिछले तीन सीजन्स में दैनिक जागरण आईनेक्स्ट इंडियन इंटेलिजेंस टेस्ट को सभी का जबर्दस्त रिस्पॉन्स मिला।
30 अप्रैल और 4 मई को है एग्जाम
लगातार तीन साल की सफलता के बाद और स्कूल्स, पेरेंट्स व स्टूडेंट्स की डिमांड को देखते हुए इस बार भी यह एग्जाम सिगरिड एजुकेशन सर्विसेज के साथ मिलकर कंडक्ट कराया जा रहा है। इस एग्जाम में क्लास 5 से लेकर क्लास 12 तक के स्टूडेंट्स पार्टिसिपेट कर सकते हैं। दो घंटे की ड्यूरेशन के इस एग्जाम में अपियर होकर स्टूडेंट्स करियर से रिलेटेड अपना कन्फ्यूजन दूर कर सकते हैं।