निर्धारित समय से पीछे आया मानसून जल्‍द ही पश्चिमी तट और उत्तर भारत में सक्रीय होने वाला है। सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात में लगातार बारिश ने 45 जिंदगियां ले लीं। अब यहां बाढ़ जैसी स्थितियां बन चुकी हैं।


अधिकारियों ने दी जानकारी अधिकारियों के अनुसार अमरेली जिला सबसे ज्यादा बुरी तरह प्रभावित है। बुधवार को यहां 36 मौतें बताई गईं। अहमदाबाद के Met सेंटर ने गुरुवार को आगे आने वाले दिनों में भारी बारिश की संभावना जताई है। ऐसे में लोगों को पहले से ही हर तरह की स्थिति में सतर्क रहने की हिदायत दी गई है। ताकि मानसून की किसी भी स्थिति से निपटा जा सके।    गुजरात में होगी भारी बारिश Met के एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून ने पूरे गुजरात को कवर कर लिया है। गुजरात के क्षेत्रों में मानसून पूरी तरह से एक्टिव हो चुका है। यह सौराष्ट्र से भी ज्यादा जोरदार होगा। उन्होंने कहा कि गुजरात क्षेत्र के अलावा सौराष्ट्र-कच्छ, दीव, दमन, दादरा नगर हवेली जैसी कई जगहों पर भारी बारिश होगी।  गुजरात की CM ने बुलाई उच्च स्तरीय बैठक
गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदी बेन पटेल ने गुरुवार को ऐसी स्थितियों को लेकर गांधीनगर में एक उच्च स्तरीय बैठक का आयोजन किया। बैठक में उन्होंने स्थिति की पूरी तरह से समीक्षा। उन्होंने लोगों से बिल्कुल भी न डरने की अपील की है। राष्ट्रीय आपदा कार्रवाई बल और IAF को अमरेली जिले में राहत एवं बचाव कार्य के लिए आम लोगों की सेवा में लगाया गया है। 100 से ज्यादा लोगों को अमरेली पहुंचाया गया है। वहीं, जबकि 1000 लोगों को सुरक्षित सूरत में पहुंचा दिया है।Hindi News from Business News Desk

Posted By: Ruchi D Sharma