राजधानी भोपाल समेत मध्‍यप्रदेश के 3 शहरों में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए हर रविवार को लॉकडाउन की घोषणा का व्‍यापक असर नजर आया। आज 21 मार्च को संडे लॉकडाउन के चलते पूरे शहर वीरान नजर आए।

भोपाल, 21 मार्च (पीटीआई): रविवार को भोपाल, इंदौर और जबलपुर में लोग जब सुबह नींद से जागे तो घर के बाहर का नजारा बिल्‍कुल अलग था। लॉकडाउन के कारण सड़कें सुनसान थी। कोरोना के तेजी से बढ़ते मामलों को देखते हुए मध्‍यप्रदेश सरकार ने इन तीन शहरों में हर रविवार को लॉकडाउन का आदेश दिया है। सरकार द्वारा यह आदेश 19 मार्च को दिया गया था, जो अगले आदेश तक जारी रहेगा। 21 मार्च को पहले रविवार को लॉकडाउन का व्‍यापक असर देखने को मिला। इस आदेश के मुताबिक इन तीन शहरों में शनिवार रात 10 बजे से सोमवार सुबह 6 बजे तक लॉकडाउन रहेगा। बता दें कि भोपाल और इंदौर में पिछले बुधवार से ही रात का कर्फ्यू जारी है। जिसमें रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक कर्फ्यू लागू रहेगा।

196 दिन बाद फिर दिखा पूर्ण लॉकडाउन

राजधानी भोपाल में संड लॉकडाउन के दौरान पेट्रोल पंप समेत, दूध की डिलीवरी भी बंद रही। केवल स्थानीय विक्रेताओं को ही दूध की होम डिलीवरी की अनुमति थी वो भी सिर्फ सुबह सुबह 10 बजे तक। हालांकि इस दौरान केमिस्ट की दुकानें और अस्पताल खुले रहे। याद दिला दें कि भोपाल में यह 196 दिनों के बाद पूर्ण लॉकडाउन है। हालांकि राज्‍य में ऐसा पहली बार है कि संडे लॉकडाउन के दौरान पेट्रोल पंप, किराने की दुकानें, दूध के बूथ और सब्‍जी बाजार सभी बंद रहे। जबकि पिछले साल पूर्ण लॉकडाउन के दौरान यह सभी आउटलेट खुले रहे थे।

मप्र लोक सेवा आयोग परीक्षा के लिए चली बसें

संडे को भोपाल में भले ही पूर्ण लॉकडाउन था, लेकिन मप्र लोक सेवा आयोग की परीक्षा के लिए आए लोगों को आने जाने की सुविधा देने के लिए भोपाल सिटी लिंक लिमिटेड (BCLL) की बसें सड़कों पर नजर आईं। शहर के पांच केंद्रों पर यह परीक्षा आयोजित की गई थी। शनिवार को भोपाल में कोरोना संक्रमण के 345 मामले सामने आए, जिससे शहर में कुल आंकड़ा 46,728 पर पहुंच गया, जबकि इंदौर 317 मामले आने से टैली बढ़कर 63,827 हो गई। इसी दौरान जबलपुर में कुल 116 नए वायरस के मामले सामने आए, जिसने कल शाम की कुल गिनती 17,464 तक पहुंचा दी। बता दें कि मध्यप्रदेश में शनिवार को CO1ID-19 के कुल 1,308 मामले सामने आए। जिससे राज्‍य में कुल मामलों की संख्‍या 2,74,405 तक पहुंच गई।

Posted By: Chandramohan Mishra