क्त्रन्हृष्ट॥ढ्ढ : संडे का दिन रांची के हजारों परिवारों के लिए परेशानी का दिन साबित हुआ. एक तो सुबह से गर्मी ने परेशान कर रखा था, ऊपर से घर में पानी नहीं आया. पानी के इंतजार में पूरा दिन बीत गया. पानी नहीं मिलने से मोहल्लों के बाशिंदों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा. बता दें कि रविवार को हटिया डैम के लटमा प्लांट जहां से शहर को पानी की सप्लाई होती है, सुबह में ही पाइप फट गया. पाइप फटने के कारण धुर्वा, सिंह मोड़, टुपुदाना, हिनू, बिरसा चौक, एयरपोर्ट, डोरंडा इलाके के लोगों को दिन भर पानी नहीं मिला. शाम में पाइप ठीक कराया गया तब जाकर लोगों को पानी मयस्सर हुआ.

शाम में मिली राहत

इस पाइप लिकेज के चलते सिटी की बड़ी आबादी को पानी के लिए तरसना पड़ा. लोग सुबह से ही सप्लाई वाटर का इंतजार करते रहे, लेकिन नल से एक बूंद पानी नहीं मिला. शाम छह बजे के बाद जब घरों में सप्लाई वाटर पहुंचा तो हजारों लोगों ने राहत की सांस ली. इससे पहले दिनभर पानी नहीं मिलने से इन मोहल्लों के बाशिंदों को काफ मुश्किलों का सामना करना पड़ा. हिनू के आकाश सिन्हा ने बताया कि सुबह 9 बजे तक जब सप्लाई वाटर नहीं आया तो संबंधित दफ्तर में सप्लाई वाटर नहीं आने की वजहें जानने व कब तक पानी मिलेगा की जानकारी के लिए कॉल किया गया लेकिन कोई रिस्पांस नहीं मिला.

प्रेशर बढ़ने से फटी पाइप

हटिया डैम के कार्यपालक अभियंता रेयाज आलम ने बताया कि रविवार को सुबह में ही जब लटमा में पानी खोलने के लिए गए तो पाइप में लिकेज होने लगा. पानी का प्रेशर बढ़ने से पाइप फट गयी. जिसके बाद मोटर को बंद कर दिया गया. और इसे ठीक करने के लिए इंजीनियरों को बुलाया गया जो शाम तक ठीक गया, उसके बाद सभी इलाकों में पानी की सप्लाई शुरू हो गई.

पानी की कम हो रही है सप्लाई

राजधानी रांची को पर डे 87 मिलियन गैलन एमजीडी पानी की जरूरत है. जबकि सप्लाई मात्र 44 एमजीडी ही हो रही है. इसका रिजल्ट यह है कि सिटी की आधी आबादी पानी के लिए अन्य स्त्रोतों पर निर्भर है. गर्मी का सीजन शुरू हो गया है. रांची में तीन डैमों से पानी की सप्लाई होती है. रुक्का डैम से 30, गोंदा डैम से 4 व हटिया डैम से 10 एमजीडी पानी की सप्लाई होती है.

आधी रांची ड्राई जोन

शहर की बात की करें तो पिछले एक दशक से पानी की समस्या जस की तस बनी हुई है. आधी से ज्यादा आबादी को एक दिन में मुश्किल से एक बार ही पानी मिल पा रहा है. सिटी के लोग बदबूदार और लाल रंग के पानी को पीने के लिए मजबूर हैं. आधी रांची ड्राई जोन हो चुकी है. लेकिन इस समस्या का अब तक कोई हल नहीं निकला है.

5 साल से बिछ रही पाइपलाइन

रांची के लोगों को पानी पिलाने के लिए सरकार पाइपलाइन बिछाने का काम कर रही है. लेकिन यह काम पिछले पांच सालों से चल रहा है, जो अब तक पूरा नहीं हो पाया है. दरअसल, राजधानी में लोगों को जितना पानी की जरूरत है वो उपलब्ध नहीं हो पा रहा है. आधी आबादी पानी के लिए परेशान है.

डैम हो चुका है गहरा

हटिया डैम से लोगों को पानी देने के लिए डैम को गहरा किया गया है. डैम में चार लाख क्यूबिक मीटर मिट्टी की कटाई की गई है. इससे डैम की जल संग्रहण क्षमता बढ़ी है, अभियंताओं का कहना है कि अच्छा पानी जमा हो जाने पर लोगों को अतिरिक्त सप्लाई की जा सकेगी.

Posted By: Prabhat Gopal Jha