- 20 कॉपियों के साथ हुई कॉपियों के चेकिंग की शुरुआत

- डिप्टी हेड ने पहले दिन कॉपियों की चेकिंग की

Meerut । यूपी बोर्ड के इंटरमीडिएट व हाईस्कूल की कॉपियों के चेकिंग की शुरुआत अव्यवस्थाओं के बीच हुई। सेंटर्स पर पहले दिन 40 फीसदी टीचर कम पहुंचे। वहीं मूल्यांकन केंद्रों पर पानी व बिजली की व्यवस्था न होने के कारण थोड़ी अव्यवस्था देखने को मिली। पहले दिन हालांकि महज 20-20 कॉपियों का मूल्यांकन किया गया। लेकिन पहले दिन ही सेंटर्स पर बड़ी संख्या शिक्षकों का अनुपस्थित रहना लापरवाही साबित कर रहा था।

सेंटर्स से गायब रहे शिक्षक

वैसे तो शासन ने भी सख्ती बरतते हुए सभी शिक्षकों को मूल्यांकन से गायब रहने पर वेतन काटने का निर्देश दिया था। लेकिन शासन की परवाह न करते हुए पहले ही दिन शिक्षकों ने बड़ी संख्या में लापरवाही दिखाई। ऐसे में सेंटर्स से 30 प्रतिशत शिक्षक पहले दिन मूल्यांकन करने ही नहीं पहुंचे। ऐसे में पहले ही दिन शिक्षकों ने मूल्यांकन कार्य में लापरवाही दिखाई।

ये रही हालत

- 30 फीसदी शिक्षक जीआईसी सेंटर्स पर नहीं पहुंचे

- 40 फीसदी टीचर्स एसडी सदर में नहीं पहुंचे।

- 30 फीसदी टीचर्स बीएवी इंटर कॉलेज में नहीं पहुंचे।

- 25 फीसदी शिक्षक डीएन इंटर कॉलेज में नहीं पहुंचे।

20 कॉपियों का मूल्यांकन

सेंटर्स पर पहले दिन डिप्टी हेड ने हर विषय की 20-20 कॉपियों की चेकिंग की। जिसके बाद बाकी कॉपियों की चेकिंग होगी। आज से सुचारू रूप से कॉपियों का मूल्यांकन शुरू होगा।

करने थे बस हस्ताक्षर

हालांकि पहले दिन शिक्षकों को मूल्यांकन में अपनी हाजिरी दर्ज करानी थी। लेकिन ड्यूटी के नाम पर भी काफी शिक्षक मूल्यांकन केंद्र नहीं पहुंचे। जो बड़ी लापरवाही साबित करता है।

नहीं मिला पानी व बिजली

जीआईसी मेरठ में मूल्यांकन के दौरान शिक्षकों को पहले दिन बिजली व पानी की सही व्यवस्था नहीं मिली। मूल्यांकन करने आए शिक्षक अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि उन्होनें हिंदी का मूल्यांकन किया है। सेंटर पर अंधेरा है और पीने का पानी भी साफ नहीं है। वहीं सुशीला ने बताया कि वो साइंस की कॉपी चेक करने आई है। हालांकि पहले दिन कॉपी चेक नहीं करनी थी। लेकिन पानी पीने की सही व्यवस्था नहीं थी। वहीं बीएवी में मूल्यांकन करने पहुंची सुनीला ने बताया कि उनको ये ही नहीं बताया गया कि उनको किस कक्ष में ड्यूटी देनी है।

क्या कहते हैं अधिकारी

मैनें अनुपस्थित रहने वाले शिक्षको की लिस्ट मूल्यांकन सेंटर्स से मांगी है। लिस्ट लेने का बाद ही कार्रवाई की जाएगी।

श्रवण कुमार यादव, डीआईओएस

Posted By: Inextlive