कल बजट वित्‍तमंत्री अरुण जेटली देश के इस वित्‍तीय वर्ष के आम बजट और रेल की घोषणा करेंगे। आइये नए बजट की खास बातों पर चर्चा करने से पहले हम आपको भारत के बजट के इतिहास और तथ्‍यों से भरी कुछ जानकारी से अवगत करायें। आपमें से काफी लोगों को शायद इन तथ्‍यों की जानकारी नहीं होगी।

1- स्वतंत्र भारत का पहला आम बजट 26 नवंबर, 1947 को प्रथम वित्तमंत्री आरके षणमुगम चेट्टी ने प्रस्तुत किया था।
2- 1982-83 में बजट प्रस्तुत करके श्री प्रणव मुखर्जी बजट पेश करने वाले पहले राज्यसभा सदस्य बने।
3- सबसे ज्यादा बार बजट पेश करने का रिकॉर्ड मुरारजी देसाई के नाम है जिन्होंने आठ पूर्ण और दो अंतरिम बजट प्रस्तुत किए हैं।
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4- यशवंत सिन्हा और मनमोहन सिंह पहली बार ऐसे वित्त मंत्री बने जिन्होंने एक साल में दो दलों के लिए बजट पेश किए। पहली बार 1991 मार्च में यशवंत सिन्हा ने अंतरिम बजट पेश किया और फिर मनमोहन सिन्हा ने उसी साल जुलाई में पूर्ण बजट प्रस्तुत किया।
5- 1965 में पहली बार वित्त मंत्री टीटी कृष्णामचारी ने बेहिसाब या काले धन की स्वैच्छिक प्रकटीकरण की योजना प्रस्तुत की थी।

6- 1964 और 1968 में 29 फरवरी को बजट पेश करने वाले मोरारजी देसाई एकमात्र वित्त मंत्री हैं जिन्होंने अपने जन्मदिन पर आम बजट पेश किया है।
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7- पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी देश की एक मात्र महिला वित्तमंत्री रही हैं।
8- 1994-95 में मनमोहन सिंह ने पहली बार सर्विस टैक्स लागू किया।
9- एक ही परिवार बजट पेश करने वाली तीन पीढ़ियां केवल गांधी नेहरू परिवार की ही हैं। इनमें से पंडित जवाहरलाल नेहरू ने 1958-59 में, इंदिरा गांधी ने 1968-70 में और राजीव गांधी ने 1986-87 में बजट प्रस्तुत किया।
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10- केवल चार वित्त मंत्रियों ने छह या उससे ज्यादा बार बजट पेश किया है। मोरारजी देसाई 10 बार, पी चिदंबरम 9 बार, प्रणव मुखर्जी 7 बार और सीडी देशमुख 6 बार। 

 

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Posted By: Molly Seth