- पुलिस की लापरवाही से गंभीर हो गया राधना प्रकरण

- दोनों पक्षों ने पुलिस का घेराव कर मंत्री से लगाई गुहार

MEERUT: किठौर थानाक्षेत्र के राधना गांव में हुए दो पक्षों के बीच भिड़ंत और फायरिंग का मामला गंभीर रूप लेता जा रहा है। पुलिस अधिकारी कार्रवाई को लेकर गंभीर नहीं दिख रहे। आए दिन दोनों पक्ष एक दूसरे पर आरोप लगाकर अधिकारियों का घेराव कर रहे हैं। गोलीबारी में एक पक्ष का लड़का घायल हो गया था, जिसका इलाज दिल्ली में चल रहा है। इंफेक्शन फैलने से डॉक्टरों ने उसकी एक टांग काट दी। इसको लेकर सोमवार को लोगों ने आईजी, डीआईजी, एसएसपी और डीएम ऑफिस पर जमकर हंगामा किया। वे साथ में काटी गई टांग भी लेकर आए थे। वहीं दूसरे पक्ष ने भी एसएसपी ऑफिस पर प्रदर्शन किया। दोनों ही पक्ष ने सपा के मंत्री का घेराव कर कार्रवाई की मांग की।

एक-दूसरे पर आरोप

गत 26 जनवरी को राधना गांव में सुबह दो पक्षों के बीच फायरिंग हो गई। आमना पत्‍‌नी यूनुस का आरोप है कि उन्होंने मुल्जिमान मोईन, मोहसिन, हैदर, इंतजार और जावेद के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई थी। थाना पुलिस ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। जबकि गोलीबारी में उनके पक्ष के चार लोगों को गोली लग गई थी। जिसमें 13 वर्षीय फराहीम और जाहिद की दिल्ली स्थित राम मनोहर लोहिया अस्पताल में ईलाज चल रहा है। आमना का आरोप है कि दूसरे पक्ष ने पुलिस के साथ मिलकर घायलों के खिलाफ ही झूठा मुकदमा दर्ज करा दिया है और मेडिकल रिपोर्ट भी झूठी बनवा दी। उधर मुन्नी पत्‍‌नी मोईन का आरोप है कि उनके देवर साकिब और मुशीर पर बंदूक से हमला किया गया, जिसमें वे गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने उनके पति, ससुर और देवर को जेल भेज दिया और नामजद अभियुक्तों की गिरफ्तारी नहीं की गई।

दोबारा मेडिकल के आदेश

आमना पक्ष के घायल फराहीम की ईलाज के दौरान डॉक्टरों ने उसकी एक टांग काट दी। उसकी हालत काफी गंभीर है। शरीर में इंफेक्शन फैलता ही जा रहा है। सोमवार को पजिन समेत करीब चार दर्जन से ज्यादा ग्रामीणों ने एसएसपी ऑफिस पर प्रदर्शन किया। सभी महिलाओं का रो-रो कर बुरा हाल था। वे अपने साथ कटी हुई टांग भी लेकर आए थे। एसएसपी उस समय मौजूद नहीं थे। उन्होंने डीआईजी और आईजी और डीएम का भी घेराव किया। उन्होंने पुलिस पर मिलीभगत का आरोप लगाया। उन्होंने दूसरे पक्ष पर कठोर कार्रवाई करने की मांग की। उन्होंने सपा मंत्री शाहिद मंजूर से भी मुलाकात कर कार्रवाई के लिए पुलिस पर दबाव बनाने की अपील की। उधर डीएम पंकज यादव ने इस मामले में जांच के आदेश देते हुए दोनों पक्षों के दोबारा मेडिकल कराने का निर्देश जारी किया है। वहीं मुन्नी पक्ष के भी करीब 5 दर्जन से ज्यादा ग्रामीणों ने पहले तो एसएसपी ऑफिस में प्रदर्शन किया फिर मंत्री शाहिद मंजूर का घेराव किया। उन्होंने भी विपक्षी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।

Posted By: Inextlive