-श्रीदेव सुमन युनिवर्सिटी को प्राइवेट एग्जाम के लिए पड़ेगी नए सेंटर्स की जरूरत

-180 दिन कंप्लसरी टीचिंग के चलते कॉलेजेज को एग्जाम से परहेज

DEHRADUN : श्री देव सुमन युनिवर्सिटी को इस साल प्राइवेट एग्जाम कंडक्ट कराने के लिए नए ठिकाने तलाशने होंगे। हालांकि इस साल भी युनिवर्सिटी को एग्जाम ऑर्गनाइज कराने के लिए सेंटर्स का टोटा था, लेकिन इस साल लिमिटेड सीट्स पर एडमिशन और कॉलेजेज में क्वॉलिटी एजुकेशन बेटर करने के मकसद से क्80 दिन की कंपल्सरी क्लासेज सेंटर्स को और कम करने वाली है। इस मामले में एग्जाम सेंटर्स न देने के बारे में कुछ कॉलेज पहले ही अपनी मंशा जाहिर कर चुके है। श्री देव सुमन युनिवर्सिटी के लिए इस साल प्राइवेट एग्जाम कंडक्ट कराने में बड़ी चुनौती सामने आने वाली है। पिछले साल जहां डीएवी पीजी कॉलेज बेहिसाब स्टूडेंट स्ट्रेंथ के चलते पहले ही एग्जाम सेंटर के लिए न कह चुका है वहीं इस साल कई दूसरे कॉलेज भी सेंटर न बनाने पर विचार कर रहे हैं।

और बिगड़ेंगे हालात

हाईकोर्ट के लिमिटेड सीट्स पर एडमिशंस करने के आदेशों के बाद जहां कॉलेजेज में स्ट्रेंथ कंट्रोल होगी वहीं इन कॉलेजेज में एडमिशन न मिल पाने से बाकी कैंडिडेट्स मजबूरन ओपन युनिवर्सिटी और प्राइवेट डिग्री लेने के लिए श्री देव सुमन युनिवर्सिटी का रुख करेंगे। ऐसे में प्राइवेट कैंडिडेट्स की संख्या में भी बड़ा इजाफा होना तय है। इन हालातों में जहां पहले ही युनिवर्सिटी पर एग्जाम सेंटर्स का संकट था। अब वहीं यह संकट और गहराने की संभावना बढ़ गई है।

कॉलेजेज मोड़ रहे मुंह

सिटी के चार बड़े कॉलेजेज में से डीएवी पीजी कॉलेज ने जहां पिछले सेशन में ही प्राइवेट सेंटर्स को अलविदा कह दिया था। अब सिटी के दूसरे कॉलेज भी इन सेंटर्स से तौबा करने का मन बना रहे हैं। दरअसल हाईकोर्ट के आदेशों के बाद कॉलेजेज और हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट दोनों ही क्वॉलिटी एजुकेशन को लेकर संजीदा हैं। ऐसे में नियमों के हिसाब से एक सेशन में मिनिमम क्80 डेज की कंपल्सरी टीचिंग पर भी कॉलेजेज जोर दे रहे हैं। लेकिन प्राइवेट एग्जाम इस सेशन से करीब एक से डेढ़ महीने चुरा लेते हैं। ऐसे में क्80 दिन पूरे करना भी कॉलेजेज के लिए चैलेंज बन रहा है। इसीलिए कॉलेजेज अपने यहां युनिवर्सिटी के प्राइवेट एग्जाम के सेंटर बनाने से मुंह मोड़ रहे हैं। इस मामले में एमकेपी पीजी कॉलेज भी इस साल सेंटर न रखने के लिए युनिवर्सिटी से संपर्क करने का मन बना रहा है। इन हालातों में अगर यह कॉलेजेज सेंटर्स नहीं बनाए जाते हैं तो प्राइवेट एग्जाम कराने के लिए श्री देव सुमन युनिवर्सिटी के लिए एग्जाम कंडक्ट कराने के लिए नए ठिकाने तलाशने के सिवा कोई ऑप्शन नहीं बचेगा।

प्राइवेट एग्जाम एक से दो महीने का समय लेते हैं। इन हालातों में कॉलेजेज में कंपल्सरी क्80 दिन की टीचिंग नहीं हो पाती है। जिस कारण कॉलेज के रेगुलर स्टूडेंट्स की स्टडीज डिस्टर्ब होती है। हम कॉलेज को सेंटर न बनाए जाने को लेकर युनिवर्सिटी बात करेंगे साथी सचिव हायर एजुकेशन से भी बात की जाएगी, ताकि स्टूडेंट्स के एकेडमिक सेशन को पूरा किया जा सके।

- डा। इंदू सिंह, प्रिंसिपल, एमकेपी पीजी कॉलेज

हमारे लिए यह समस्या निश्चित रूप से बहुत बड़ी है। युनिवर्सिटी एग्जाम सेंटर्स को लेकर पहले ही क्राइसेस झेल रही है। अब लिमिटेड सीट्स पर एडमिशन होने से जाहिर तौर पर प्राइवेट के कैंडिडेट्स की संख्या भी बढ़ेगी। फिलहाल तो कोई हल नहीं निकाला गया है लेकिन युनिवर्सिटी इस मसले पर गंभीरता से विचार कर रही है।

-डा। एके तिवारी, रजिस्ट्रार, श्रीदेव सुमन युनिवर्सिटी

Posted By: Inextlive