ट्रांसपोर्टर्स की हड़ताल का दिखने लगा असर, थोक विक्रेता नहीं कर पा रहे माल की सप्लाई

इलेक्ट्रानिक्स, होजरी, स्टेशनरी समेत रसोई में इस्तेमाल होने वाले सामान की आपूर्ति हुई प्रभावित

ALLAHABAD: ट्रांसपोर्टर्स की हड़ताल का असर अब इलाहाबाद के होल-सेल व्यापारियों व व्यापार पर दिखने लगा है। गोदाम में रखा स्टॉक अब धीरे-धीरे खत्म हो रहा है। वहीं नया स्टॉक न आने से व्यापारी परेशान हैं। छोटे व्यापारियों का काम अभी चल रहा है, क्योंकि होलसेल व्यापारी से उन्हें सामान मिल जा रहा है। अगर यही स्थिति रही तो दो-तीन दिन बाद छोटे व्यापारी भी प्रभावित होंगे, क्योंकि उन्हें समय पर माल नहीं मिल सकेगा।

नो इंट्री को लेकर भी है आक्रोश

देशव्यापी हड़ताल होने के कारण दिल्ली, पंजाब, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, बेंगलुरु, कानपुर से आने वाले माल की सप्लाई नहीं हो पा रही है। इस बीच इलाहाबाद में 24 घंटे की नो इंट्री को लेकर भी ट्रांसपोर्टर्स में आक्रोश है। उनका कहना है कि जब तक मांग पूरी नहीं होती, तब तक देशव्यापी हड़ताल जारी रहेगी।

स्टेशनरी सामानों की डिमांड अभी बनी हुई है। हड़ताल के कारण कॉपी-किताब व अन्य सामान नहीं आ पा रहा है। ऐसे में यदि दुकानदार माल नहीं दे पाएगा तो उसका बजट गड़बड़ा जाएगा।

सुमित सचदेवा

स्टेशनरी व्यापारी

छोटे-मोटे आर्डर तो गोदाम में मौजूद स्टॉक से पूरा किया जा रहा है। लेकिन बाइंडिंग तार, नेल्स, नट-बोल्ट के बड़े आर्डर की सप्लाई अब प्रभावित होने लगी है।

सलामत अंसारी

हार्डवेयर व्यापारी

अभी हम जैसे छोटे व्यापारियों का काम चल जा रहा है। क्योंकि लगन खत्म होने और त्योहार दूर होने की वजह से बहुत बिक्री नहीं हो रही है। लेकिन हड़ताल यदि एक सप्ताह तक और खींच गई तो दिक्कत शुरू हो जाएगी।

विशाल

जूता-चप्पल व्यापारी

गोदाम में मौजूद स्टॉक से तीन-चार दिन काम चल गया, लेकिन अब स्टॉक धीरे-धीरे खत्म हो रहा है। इसकी वजह से माल सप्लाई करने में दिक्कत आ रही है। आर्डर लगे हुए हैं, पेमेंट भी हो चुका है, लेकिन माल न आने से सप्लाई नहीं दे पा रहे हैं।

पियूष अग्रवाल

किराना व्यापारी

ट्रांसपोर्टर्स के बगैर तो हमारा बिजनेस चल ही नहीं सकता। मशीनरी का सामान आल इंडिया जालंधर, चंडीगढ़, दिल्ली, कानपुर, गुजरात से आता है। इसकी वजह से कई नए प्रोजेक्ट अटके हुए हैं। नई मशीनरी नहीं आ पा रही है।

लालजी

मशीनरी व्यापारी

हिवेट रोड

सरकार जिद्दी है तो ट्रांसपोर्टर्स भी कम जिद्दी नहीं हैं। आंदोलन तब तक चलता रहेगा, जब तक मांग पूरी नहीं हो जाती। आज आम नागरिक और व्यापारी दोनों परेशान हैं।

अनिल कुशवाहा

अध्यक्ष

गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन

Posted By: Inextlive