आपने वो गाना तो सुना होगा कि 'तुझे जीवन की डोर से बांध लिया है तेरे जुल्मों सितम सर आंखें पर' वैसे तो हर पति पत्नी इस बात को मानते हैं और एक दूसरे के जुल्मों सितम हंस कर झेलने के लिए तैयार रहते हैं. लेकिन कोई भी पत्नी अपने पति को एक जुल्म करने का मौका कभी नहीं देना चाहती है और वो है अपने से धोखा करने का. आखिर पत्नियों को क्यों होता है पति पर शक.

प्यार की कच्ची डोर से बंधे पति और पत्नी के जोड़े में कई बार कुछ बेहद मामूली बातों से भी सेंध लग सकती है. जैसे पति की  कुछ बदलती आदतें पत्नी को शक में डाल देती हैं. चलिए आज हम जिक्र करते हैं ऐसी कुछ बातों का जिनसे बेगम को होता है अपने पार्टनर पर शक.
उनके हाथों में हर वक्त मोबाइल क्यूं रहता है
कोई माने ना माने पर ये मोबाइल रिश्तों में शक पैदा करने का बड़ा कारण बन सकता है. भले ही पति फोन पर गेम खेल रहा हो लेकिन बेगम को लगेगा जरूर किसी और से व्हाट्सएप पर बातें कर रहा है. और कहीं पतिदेव फोन कानों से लगाए धीमी आवाज में बातें करते हुए कमरे से बाहर निकल जाएं तब तो समझ लिए कंफर्म हो जाता है कि मामला गड़बड़ है. अब चाहे कल के लिए कलीग से कोई बॉस के खिलाफ स्ट्रेटजी डिस्कस हो रही हो या बॉस खुद फोन पर कुछ जरूरी बात डिस्कस कर रहे हों जिसमें डिस्ट्र्बेंस का सीधा सर आपके प्रमोशन पर पड़ने वाला हो.  
रोज देर से आना मतलब खतरे की घंटी
अब पति लाख समझाए की भई फ्रेंड के घर टी पार्टी थी या वो एक पार्ट टाइम जॉब भी कर रहा है एक्स्ट्रा सेलरी के लिए, बीवी के दिल से शक नहीं जाता. जब तक वो खुद ही जांच ना लें. वरना रोज देर से आना मतलब शक की आग में घी डालना. तो जब ऐसा कुछ करें तो मैडम को कान्फीडेंस में जरूर लेलें.
 
बीवियों के लिए खतरे का अलार्म होता है ऑफीशियल ट्रिप
पता नहीं पति के लिए जहमत है रहमत पर पत्नी के लिए तो सीधे सीधे धोखाधड़ी का टिकट है ये ट्रिप. कई बार तो पत्नी इतनी ज्यादा एक्साइटेड हो जाती हैं कि खुद ही साथ चलने की जिद्द करने लगती हैं ओर पति का ये कहना की वो नहीं चल सकतीं उन्हें रोने धोने से लेकर रूठने और लड़ने के लिए भी तैयार कर देता है.
 
इतना करो ना मुझे प्यार
बड़ी मुश्किल है अगर पति जरूरत से ज्यादा केयर करे तो भी पत्नी को उस पर डाउट होने लगता है. आपने वो फिल्में तो देखी होंगी अरे 'पति पत्नी और वो' या 'रंग बिरंगी'. जिसमें पत्नी का अटैंशन गेन करने के लिए पतिदेव ने अफेयर का खेल किया और पत्नी को चीट करने लगे. बस तभी से पत्नियां भी अलर्ट हैं और जरूरत से ज्यादा प्यार को भी मानती हैं खतरे की घंटी. तो बिना वजह प्यार आने लगे तों पतिदेव जरा कंट्रोल करें.

अपनी भी केयर जरा लिमिट में करें
जी हां पत्नी पर जरूरत से ध्यान देना उन्हें डालता है शक में तो आपका खुद को भी अटेंशन देना उनको अलर्ट कर देता है. बड़े सज संवर कर जा रहे हैं. परफ्यूम भी डाला है किस निगोड़ी को इंप्रेस करना है. मेरे लिए तो शादी वाले दिन के अलावा कभी ऐसे नहीं तैयार हुए. जरूर कोई मिल गयी है. भले ही पति अपनी कोई बिजनेस डील क्रैक करने जा रहा हो जिसे में सामने वाली पार्टी को इंप्रेस करना जरूरी हो. कहीं सामने वाली कोई लेडी है तब तो फिर तो हो गया काम.
वैसे ये भी सच है जहां प्यार होगा वहीं तो शक होगा यानि जब कुछ खास पास होगा तभी तो उसके खोने का डर होगा. तो भई ये खतरनाक सही पर बेगम का अपने शौहर से हद से ज्यादा प्यार होता है जो उसे शक करने के लिए मजबूर करता है. फिर शक चीज ही ऐसी है. न जाने किसे, कब और कहां अपने कब्जे में कर लें. तभी तो कहा जाता है कि शक वो बीमारी है जिसका इलाज तो हकीम लुकमान के पास भी नहीं था.

Posted By: Molly Seth