150 सीबीएसई बोर्ड के स्कूल राजधानी में

22 हजार स्टूडेंट देंगे हाईस्कूल बोर्ड का एग्जाम

25 हजार स्टूडेंट देंगे इंटर का एग्जाम

20 के करीब सेंटर बनेंगे राजधानी में

- एग्जाम पैटर्न से लेकर सिलेबस तक में किए गए बदलाव

- 75 फीसद अटेंडेंस पर ही स्टूडेंट दे सकेगा एग्जाम

LUCKNOW: फरवरी में शुरू हो रहे सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन सीबीएसई बोर्ड के एग्जाम में इस बार कई बदलाव किए गए हैं। सबसे बड़ा बदलाव एग्जाम पैटर्न और सिलेबस में किया गया है। पहली बार विभिन्न सब्जेक्ट के प्रैक्टिकल से लेकर एग्जाम तक में शामिल होने के लिए अटेंडेंस के नियम सख्त किए गए हैं। एग्जाम सेंटर में क्या ले जाना है और क्या नहीं, इसके भी दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। आइए जानते हैं, सीबीएसई के बोर्ड एग्जाम को लेकर क्या-क्या बदलाव किए गए हैं

होम सेंटर पर प्रैक्टिकल नहीं

2020 से 12वीं के बोर्ड प्रैक्टिकल होम सेंटर पर नहीं होंगे, इसके लिए अलग सेंटर तय किए जाएंगे। प्रैक्टिकल एग्जाम से पहले एडमिट कार्ड जारी किए जाएंगे, जिस पर स्टूडेंट की फोटो भी लगी होगी।

बनाया जाएगा क्वेश्चन बैंक

सीबीएसई क्लास 11वीं के 14 सब्जेक्ट के बहुविकल्पीय प्रश्न तैयार करा रहा है। इन सब्जेक्ट में अकाउंटेंसी, बायोलॉजी, हिस्ट्री, बिजनेस स्टडीज, इंग्लिश, फिजिक्स, केमिस्ट्री, आईपी, पॉलिटिकल साइंस, इकोनॉमिक्स आदि शामिल हैं।

डिजिटल घड़ी पर बैन

नकल रोकने के लिए बार्ड ने सभी स्कूलों को निर्देश भेज दिया है कि कोई स्टूडेंट डिजिटल घड़ी पहनकर एग्जाम नहीं दे सकेगा।

75 फीसद अटेंडेंस जरूरी

स्कूलों से कहा गया है कि उन स्टूडेंट्स की लिस्ट उसे भेजी जाए, जिनकी अटेंडेंस 75 फीसद के कम है। इन स्टूडेंट्स को एग्जाम देने दिया जाएगा,या नहीं इसका निर्णय बोर्ड करेगा।

फ्लाइंग स्टूडेंट्स पर नजर

जो स्टूडेंट रजिस्ट्रेशन कहीं से कराते हैं और एग्जाम कहीं देते हैं, उन्हें फ्लाइंग स्टूडेंट कहा जाता है। इस बार ऐसे स्टूडेंट्स को पकड़ने की तैयारी है। अगर ये स्टूडेंट 2020 के प्रैक्टिकल में शामिल नहीं होंगे तो उन्हें एग्जाम नहीं देने दिया जाएगा।

सब्जेक्ट समझने के 20 मा‌र्क्स

2020 से हर सब्जेक्ट में इंटरनल मा‌र्क्स जोड़ने की सुविधा शुरू की गई है। अब हाईस्कूल और इंटर के सभी सब्जेक्ट के एग्जाम 80 मा‌र्क्स के होंगे। 20 मा‌र्क्स स्कूल स्टूडेंट के प्रदर्शन के आधार पर देगा। इसमें इंटरनल असेसमेंट में पीरियोडिक असेसमेंट 10 नंबर का, पोर्टफोलियो 5 नंबर का, सब्जेक्ट एनरिचमेंट एक्टिविटीज 5 नंबर का होगा।

अंग्रेजी बोलने के भी मा‌र्क्स

इंटर में इंग्लिश के एग्जाम में 80 मा‌र्क्स थ्योरी के और 20 मा‌र्क्स पूरे साल स्टूडेंट द्वारा बोली और सुनी गई इंग्लिश के होंगे। स्टूडेंट के अंग्रेजी बोलने का तरीका देखा जाएगा। सेमिनार की रिपोर्ट अंग्रेजी में तैयार करनी होगी, स्टोरी भी अंग्रेजी में लिखाई जाएगी। यह एक्टिविटी पूरे साल चलेगी।

इंटरनल असेसमेंट के 20 मा‌र्क्स

हाईस्कूल का एग्जाम 3 घंटे का होगा। हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू, संस्कृत, स्पेनिश, पंजाबी, बंगाली, गुजराती आदि सब्जेक्ट इसमें शामिल हैं। इन सब्जेक्ट में स्टूडेंट्स को 33 फीसद मा‌र्क्स हासिल करने होंगे। थ्योरी का एग्जाम 80 मा‌र्क्स का होगा, वहीं 20 मा‌र्क्स इंटरनल असेसमेंट के होंगे।

अलग-अलग पास होना जरूरी

हाईस्कूल में अलग-अलग सब्जेक्ट के अनुसार 80, 70 और 50 मा‌र्क्स का एग्जाम होगा, वहीं प्रैक्टिकल एग्जाम 20, 30 और 50 मा‌र्क्स के होंगे। हाईस्कूल के पासिंग क्राइटेरिया को इंटर से अलग रखा गया है। स्टूडेंट्स को पास होने के लिए थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों में 100 में से 33 फीसद लाने होंगे। थ्योरी और प्रैक्टिकल को मिलाकर यदि स्टूडेंट 33 फीसद मा‌र्क्स लाता है तो उसे पास माना जाएगा।

बदले 12वीं के पासिंग मानक

2020 में इंटर के पासिंग मा‌र्क्स 10वीं से अलग हैं। इंटर में 70 मा‌र्क्स वाले सब्जेक्ट में पास होने के लिए 23 मा‌र्क्स लाने होंगे, वहीं 80 मा‌र्क्स वाले एग्जाम में पास होने के लिए 26 मा‌र्क्स की जरूरत होगी। जो प्रैक्टिकल 20 मा‌र्क्स का होगा, उसमें पास होने के लिए कम से कम 6 अंक लाना जरूरी है।

10 नंबर के एप्लीकेशन प्रश्न

हाईस्कूल में 10 मा‌र्क्स के प्रश्न एप्लीकेशन पर आधारित होंगे। प्रैक्टिकल के लिए अब कुछ प्रश्न नहीं पूरे चैप्टर पढ़ने होंगे। वहीं 12वीं और 10वीं के एग्जाम में वस्तुनिष्ठ प्रश्नों के पैटर्न में भी बदलाव किया गया है। सभी विषयों में वस्तुनिष्ठ प्रश्न अब छह तरह से पूछे जाएंगे।

कोट

बोर्ड के बदलावों से स्टूडेंट्स को फायदा होगा। प्री-बोर्ड भी इसी प्रारूप में कराए गए हैं। अब स्टूडेंट्स को पूरे साल मेहनत करनी होगी, जिससे उनकी नींव मजबूत होगी। वे हर सब्जेक्ट को गंभीरता से समझ सकेंगे।

डॉ। जावेद आलम खान

सिटी कोऑर्डिनेटर, सीबीएसई बोर्ड

Posted By: Inextlive