RANCHI: शुक्रवार रात अरगोड़ा के कैनविज इंडस्ट्रीज में साढ़े तीन लाख की हुई डकैती का मास्टरमाइंड कंपनी का एक पूर्व कर्मचारी ही है, जिसने अपने एक दोस्त से दफ्तर में वारदात के दिन आठ घंटे रेकी करवाई थी। मामले में पुलिस को सभी सातों डकैतों के नाम व पते मिल गए हैं। पुलिस छापेमारी भी कर रही है, लेकिन सभी अपने-अपने घरों से फरार हैं। कांड के चौथे दिन पुलिस तीन संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। जल्द ही पूरे मामले पर से पर्दा हटेगा।

डकैतों के नाम, पता मिले

गौरतलब हो कि डकैती के बाद अपराधी घटनास्थल पर ही एक पिस्टल, एक बलुआ व एक बाइक(जेएच-0क्टी-क्0ख्8) छोड़कर भाग गए थे। यह बाइक सागर कुमार ओहदार की है, जो मूल रूप से सिमडेगा के कोलेबिरा स्थित लचरागढ़ निवासी अभिमन्यु ओहदार के बेटा हैं। उन्होंने अरगोड़ा में बाइपास रोड के समीप रहने वाले शिवदयाल साहू के पते पर यह बाइक खरीदी थी। सागर कुमार ओहदार ने अरगोड़ा पुलिस को बताया कि उन्होंने अपने एक कर्मचारी कुणाल को बहुत कम कीमत पर यह बाइक बेच दी थी। पुलिस ने जब कुणाल से पूछताछ की, तो पता चला कि उसने घटना के दिन एक युवक को अपनी बाइक दी थी, जो अभी फरार है। कुणाल अरगोड़ा पुलिस के संपर्क में है। उसने उक्त युवक का नाम व पता भी पुलिस को दे दिया है, जिसे उसने घटना के दिन अपनी बाइक दी थी। वह युवक डकैतों का साथी है और घटना के बाद से ही फरार चल रहा है।

Posted By: Inextlive