जैसा कि हमें पता है कि बोर्ड एग्जाम बहुत करीब है। आमतौर पर स्टूडेंट्स को जो सŽजेक्ट सबसे ज्यादा टफ लगता है वो है मैथ्स लेकिन अगर स्टूडेंट्स थोड़ा वर्कआउट कर लें तो वे इस सŽजेक्ट में अच्छे मार्क्‍स पा सकते हैं। हालांकि स्टूडेंट्स को यह पेपर इसलिए भी टफ लगता है क्योंकि वे इसे डेफिनिट टाइम में नहीं कर पाते जिससे पेपर छूट जाता है। ऐसे में मैथ्स की प्रिपरेशन में टाइम मैनेजमेंट बहुत जरूरी है। अब स्टूडेंट्स को यह लग रहा होगा कि इस प्रकार की सिचुएशन से कैसे बाहर निकला जाए। इसके लिए आपको टाइम मैनेजमेंट आना चाहिए लेकिन प्रश्न यह उठता है कि कैसे आप अपने टाइम को मैनेज करें कि सभी क्वेश्चन्स समय पर पूरे हो जाएं वो भी सटीकता के साथ। आइए जानते हैं कुछ ऐसे टिप्स जिनके माध्यम से आप मैथ्स की प्रिपरेशन को आसान बना सकते हैं।


पेपर के पैर्टन की रखे जानकारीसबसे पहले तो हमें यह जानकारी होनी चाहिए कि एग्जाम में क्या आता है और कितने नंबर का होता है। क्वेश्चन पेपर में वेरी शॉर्ट, शॉर्ट और लॉन्ग आंसर टाइप क्वेश्चन्स आते हैं, जिनके लिए अलग-अलग टाइम डिसाइड होता है।घबराएं बिल्कुल भी नहींकोई क्वेश्चन अगर आपको टफ लग भी रहा हो, तो भी उससे घबराने की जरूरत नहीं है और न ही उसके बारे में सोचने की जरूरत है क्योंकि ऐसा करने से आपको टेंशन होगी, जिससे आपकी परफॉर्मेंस खराब हो सकती है इसलिए अपने माइंड को संतुलित रखें।आते हुए क्वेश्चन्स पहले सॉल्व करे


पेपर सॉल्व करने से पहले 15 मिनट सिर्फ पेपर पढऩे के लिए रखें। स्टूडेंट्स को पहले पूरा पेपर ठीक से पढ़ लेना चाहिए फिर जो क्वेश्चन्स सबसे इजी लगें उन्हें पहले सॉल्व करना चाहिए। इसी अप्रोच के साथ पेपर सॉल्व करने से पेपर कभी छूटता नहीं है।

स्पीड और एक्यूरेसी का रखे ख्याल

मैथ्स में स्पीड और एक्यूरेसी दोनों ही बहुत इंपार्टेंट होती हैं। अगर आपकी कैलकुलेशन स्पीड अच्छी नहीं है, तो पेपर छूट सकता है औैर अगर आपमें एक्यूरेसी नहीं है, तो आपके सॉल्व किए हुए क्वेश्चन्स गलत होने के चांसेज ज्यादा होते हैं और आपके मार्क्स काफी कम आते हैं। इसका असर ओवर ऑल परसेंटेज पर भी पड़ता है। ऐसे में दोनों पर कमांड करने की कोशिश करें। जिन स्टूडेंट्स की स्पीड और एक्यूरेसी दोनों परफेक्ट होती हैं, उनके स्कोर्स 90 से ऊपर आने के चांसेज ज्यादा होते हैं।समय का रखे विशेष ध्यानपेपर करते समय टाइम का विशेष ख्याल रखें। कोशिश करें कि किसी क्वेश्चन को दोबारा ट्राए करने की जरूरत न पड़े क्योंकि ऐसा करने से आपका टाइम वेस्ट होगा। ऐसे में क्वेश्चन्स को पूरे कॉन्सेन्टे्रशन के साथ सॉल्व करें। हो सके तो ट्रिग्नोमेट्री में साइन, टैन और कॉस थीटा की वैल्यूज और फॉर्मूले मेमोराइज कर लें।ये है बोर्ड के कुछ इंपॉर्टेंट टॉपिक्समैथ्स में पॉलिनॉमियल्स, लीनियर इक्वेशन्स, ट्राएंगल थ्योरम्स, ट्रिग्नोमेट्री, स्टैटिस्टिक्स, क्वाड्रैटिक इक्वेशन्स, सर्किल, प्रोबैबिलिटी, सर्फेस एरिया एंड वॉल्यूम्स जैसे टॉपिक्स इंपॉर्टेंट हैं। स्टूडेंट्स को इन टॉपिक्स की प्रिपरेशन पर खास ध्यान देना चाहिए। 15 मिनट में पूरा पेपर ठीक से पढ़ेंपेपर सॉल्व करने से पहले स्टूडेंट्स को 15 मिनट में पूरा पेपर ठीक से पढ़ लेना चाहिए फिर जो क्वेश्चन्स सबसे इजी लगें,उन्हें पहले सॉल्व करने की कोशिश करनी चाहिए। इस अप्रोच के साथ पेपर सॉल्व करेंगे, तो कुछ छूटेगा नहीं।

Posted By: Satyendra Kumar Singh