बॉलीवुड अभिनेता एके हंगल आज भले ही इस दुनिया में नहीं हैं लेकिन वह लगातार अपने होने का अहसास कराते हैं। 1 फ़रवरी 1914 को जन्‍में एके हंगल का नाम उन अभिनेताओं में लिया जाता है जो फिल्‍मी दुनिया में बूढे ही पैदा हुए। हंगल ने अपना करियर उम्र के उस पड़ाव पर शुरू किया था जिस पर अक्‍सर लोग थकने लगते हैं। ऐसे में आज इस खास दिन आइए जानें बेहद उतार-चढ़ाव वाला जीवन जीने वाले एके हंगल के बारे में कुछ खास बातें...


स्वतंत्रता संग्राम में: पंजाब राज्य के सियालकोट में जन्में बॉलीवुड अभिनेता का नाम पूरा नाम अवतार किशन हंगल था। एके हंगल ने सिर्फ फिल्मों में ही नहीं बल्कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। 1930-47 के बीच स्वतंत्रता संग्राम में इन्होंने देश को आजाद कराने में विशेष भूमिका निभाई। जिसके लिए इन्हें दो बार जेल भी जाना पड़ा। पिता-अंकल का रोल: इस फिल्म के बाद तो जैसे फिल्मों की लाइन लग गई। इसके बाद इन्होंने शागिर्द, शोले, शौकीन, आईना, अवतार, अर्जुन, आंधी, तपस्या, कोरा कागज, बावर्ची, छुपा रुस्तम, नमक हराम, गुड्डी, नरम-गरम जैसी करीब 200 से अधिक फिल्मों में इन्होंने काम किया। इन फिल्मों में इन्होंने पिता या अंकल की भूमिका निभाई। कई बड़े पुरस्कार मिले:
एके हंगल को कई बड़े पुरस्कार भी मिले थ्ो। हंगल साहब को 2006 में भारत सरकार ने पद्मभूषण से भी नवाजा गया था। वह लम्बे समय से बुढ़ापे की बीमारियों से पीड़ित रहे। 13 अगस्त 2012 को अचानक से गिरने से उन्हें काफी चोट आई थी। इसके बाद काफी उपचार हुआ लेकिन 26 अगस्त 2012 को वह इस दुनिया को अलविदा कह गए थे।

Bollywood News inextlive from Bollywood News Desk

Posted By: Shweta Mishra