राजरूपपुर व मीरापुर में सामने आयीं दर्दनाक घटनाएं

मीरापुर की मेघना ने छोड़ा सुसाइड नोट, पुलिस ने किया बरामद

ALLAHABAD: मामा की फटकार से दुखी मीरापुर की 19 वर्षीय युवती मेघना और मानसिक रूप से परेशान राजरूपपुर की रहने वाली 21 वर्षीय युवती सुजाता ने गुरुवार को अपनी जिंदगी को खत्म कर मौत को चुन लिया। दोनों ने फांसी के फंदे पर लटक कर अपनी जान दे दी। इससे दोनों परिवारों में कोहराम मच गया। बिन मां-बाप की बिटिया मेघना की मौत से मीरापुर के लोगों को जबर्दस्त झटका लगा।

मेघना के नहीं है मां-बाप

मूल रूप से लखनऊ की रहने वाली 19 वर्षीय मेघना के पिता सत्य नारायण व मां की मौत हो चुकी है। वह अतरसुईया थाना क्षेत्र के मीरापुर बर्फ फैक्ट्री के पास अपने मामा काजल साहा के घर पर छोटे भई ऋषि के साथ रहती थी। वह एसएस खन्ना डिग्री कॉलेज से बीए-सेकेंड ईयर की स्टूडेंट थी।

मामा ने लगाई थी डांट

पुलिस के मुताबिक बुधवार की रात मेघना अपने कमरे में मोबाइल से किसी से बात कर रही थी। जिस पर मामा ने उसे डांटकर मोबाइल छीन लिया था। इस बात से वह दुखी थी। गुरुवार की सुबह मेघना की मामी स्कूल में पढ़ाने के लिए और मामा दूध लेने के लिए चले गए। मेघना घर पर अकेली थी, इसी बीच कमरे में फांसी के फंदे से लटक कर उसने जान दे दी। मामा काजल साहा जब दूध लेकर घर पहुंचे तो फांसी के फंदे से लटकती लाश देख कर उनके हाथ-पांव फूल गए। पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शव उतारा और छानबीन की तो मेघना की मुट्ठी से सुसाइड नोट मिला। जिसमें लिखा था सॉरी मामा-मामी पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

वो थी मानसिक बीमार

राजरूपपुर में रहने वाले मोहन लाल की 21 वर्षीय पुत्री सुजाता ने भी गुरुवार को मौत चुन ली। दोपहर के समय जब परिवार के लोग अपने-अपने काम में व्यस्त थे, तभी उसने दुपट्टा से फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। शाम को परिवार के लोग जब घर पहुंचे तो उन्हें घटना की जानकारी हुई। परिजनों के मुताबिक सुजाता पिछले कुछ दिनों से मानसिक रूप से बीमार चल रही थी।

Posted By: Inextlive