युनिसेफ की हाल में सामने आयी एक रिपोर्ट में काफी चौंकाने वाले खुलासे सामने आये हैं। इस रिर्पोट में कहा गया है कि आतंकी संगठन बोको हराम के प्रत्‍येंक पांच में से एक यानि करीब बीस प्रतिशत फिदायीन मासूम बच्‍चे हैं।


बच्चों को बना रहा है फिदायीन खतरनाक आतंकी संगठन बोको हरम अपने नापाक मंसूबों को अंजाम देने के लिए मासूम बच्चों का सहारा ले रहा है। यूनिसेफ द्वारा जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक प्रत्येक पांच फिदायीन में से एक फिदायीन मासूम है। बोको हरम खासतौर से मासूम बच्चियों की भर्ती कर रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक साल 2014 में फिदायीन हमलों के लिए 4 बच्चों का इस्तेमाल किया गय़ा जबकि 2015 में ये आंकड़ा बढ़कर 44 हो गया। बताया जा रहा है कि अब तक जिस सबसे कम उम्र फिदायीन बच्चे का इस्तेमाल किया गया उसकी ऊम्र महज 8 साल थी।चाड से किया बच्चों का अपहरण


कुछ महीनों पहले इस्लामी आतंकी संगठन बोको हरम ने अफ्रीका के चाड में हजारों लोगों के अपहरण और सिर कलम करने के साथ साथ भूख से तड़प कर मरने के लिए मजबूर कर दिया था। अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक यूनिसेफ के अधिकारी लेंजर ने कहा कि बोको हरम के प्रभाव वाले इलाकों के हालात भयावह हैं। उन्हें शब्दों में बयां कर पाना मुश्किल है। दो साल पहले बोको हरम ने नाइजीरिया के चाइबोक में 300 लड़कियों का अपहरण कर लिया था। उसमें से कुछ लड़कियां बच निकलने में कामयाब रहीं लेकिन ज्यादातर अभी भी लापता हैं।

कई देश हैं बोको हराम के खिलाफ  बोको हरम का सामना करने के लिए अमेरिका समेत कई देश अभियान चला रहे हैं। अपने प्रभाव को स्थापित करने में नाकाम रहने के बाद बोको हरम के आतंकी फिदायीन हमलों की मदद ले रहे हैं। जिसकी पुष्टि आंकड़ों से भी होती है। साल 2014 में फिदायीन हमलों की संख्या 32 थी जबकि साल 2015 में ये संख्या 151 हो गयी। साल 2015 में चाड, कैमेरून औप नाइजर बोको हरम के निशाने पर सबसे ज्यादा रहे।

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Posted By: Molly Seth