दोनों अपराधियों की जेल बदलने की सिफारिश हुई।विभागीय जांच जारी आरोपी कर्मियों की हो सकती है बर्खास्तगी...


lucknow@inext.co.in LUCKNOW: उन्नाव जेल में बंद अपराधियों द्वारा कथित तमंचा लेकर और खाद्य सामग्री के साथ वीडियो शूट करने और उसे वायरल करने के मामले में कार्रवाई  के दौरान शुरू हो गया है। प्रारंभिक जांच में अपराधियों से मिलीभगत के दोषी पाए गए चारों जेल कर्मियों का तबादला कर दिया गया जबकि दोनों आरोपी बंदियों की जेल शिफ्ट करने की सिफारिश की गई है। आरोपी जेलकर्मियों का तबादला
उन्नाव जेल अधीक्षक की प्रारंभिक जांच में अपराधियों से मिलीभगत के मामले में दोषी पाए गए हेड वार्डर माता प्रसाद को ट्रांसफर कर महराजगंज जेल भेजा गया है। जबकि, दूसरे हेड वार्डर हेमराज को वाराणसी सेंट्रल जेल भेजा गया है। जेल वार्डर सलीम खान को बस्ती जेल और अवधेश साहू का तबादला वाराणसी ज्ञानपुर जेल किया गया है। दोषी जेल कर्मियों के तबादले के साथ दोनों अपराधियों की जेल बदलने की सिफारिश भी डीजी जेल आनंद कुमार ने शासन से की है। मेरठ के कुख्यात अपराधी अमरीश सिंह को पूर्वांचल की किसी जेल भेजने की सिफारिश की गई है। वहीं, रायबरेली के शातिर बदमाश गौरव प्रताप सिंह उर्फ देव प्रताप को पश्चिमी यूपी की किसी जेल भेजने की सिफारिश की गई है। बताया गया कि जा रहा है कि विभागीय कार्यवाही व जांच में आरोपों की पुष्टि होने पर चारों जेलकर्मियों को बर्खास्त भी किया जा सकता है। यह था मामला बीती 23 जून को उन्नाव जेल में बंद मेरठ से आजीवन कारावास से दंडित अमरीश और रायबरेली से हत्या, लूट के कई मामलों में अरेस्ट गौरव प्रताप सिंह ने मोबाइल से एक वीडियो शूट किया था। जिसमें इनके पास एक तमंचा दिखाई दे रहा था और वे खाने-पीने की चीजें रखे खा रहे थे। वीडियो वायरल होने से हड़कंप मच गया था और उन्नाव जेल की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठ खड़े हुए थे। जांच में खुली थी पोल


पूरे मामले की जांच जेल अधीक्षक एके सिंह ने की। जांच में पता चला कि गौरव प्रताप सिंह एक पेंटर है। जो तमंचा वीडियो में दिखाई दे रहा वह मिट्टी का है और उसे पेंट किया गया था। खाने-पीने की जो वस्तुएं वीडियो में दिखाई गईं वे जेल में बंदियों को नियमित रूप से दी जाती हैं। इस वीडियो में ऐसी कोई चीज नहीं दिखाई दी जिसे जेल के बाहर से लाया गया हो। रिपोर्ट में बताया गया कि जेल प्रशासन पर दबाव बनाने के लिये जेल के हेड वार्डर माता प्रसाद, हेमराज, जेल वार्डर अवधेश साहू व सलीम खां की मिलीभगत से यह वीडियो बनाया गया। रिपोर्ट मिलने के बाद जेल मुख्यालय ने इन चारों आरोपियों के खिलाफ बुधवार को विभागीय कार्यवाही के आदेश दिये थे।

Posted By: Vandana Sharma