यूपी बोर्ड में टीआर से छेड़छाड़ की जांच पूरी

कमेटी ने सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद को सौंपी रिपोर्ट

ALLAHABAD: माध्यमिक शिक्षा परिषद में दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ करके टीआर में हुए बदलाव के मामले की जांच रिपोर्ट आखिरकार लंबे इंतजार के बाद बुधवार को कमेटी द्वारा सचिव को सौंप दी गई। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट में जांच को लंबित रहने की खबर प्रकाशित होने के बाद जांच टीम के अधिकारियों ने सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद को अपनी रिपोर्ट सौंप दी। पांच महीनों तक चली जांच के बाद जांच कमेटी ने इलाहाबाद क्षेत्रीय कार्यालय के पांच क्लर्को की कार्यशैली संदिग्ध पाई। रिपोर्ट में कमेटी की ओर से सभी प्रकार की जानकारी दी गई है। ताकि आरोपी बनाए गए कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके।

अक्टूबर में शुरू हुई थी जांच

माध्यमिक स्कूलों में एलटी ग्रेड टीचर्स की नियुक्ति के दौरान फजीवाड़ा करके बोर्ड के गोपनीय दस्तावेजों को बदलने के मामले की जांच अक्टूबर में चली। पांच महीनों तक चली जांच में कमेटी की ओर से लगातार शिथिलता बरती जा रही थी। आखिरकार अक्टूबर में शुरू हुई जांच प्रक्रिया एक मार्च को पूरी हो गई।

जीआईसी में हुई काउंसिलिंग

गौरतलब है कि माध्यमिक स्कूलों में एलटी ग्रेड शिक्षकों की नियुक्ति के लिए इलाहाबाद मंडल की काउंसलिंग राजकीय इंटर कालेज में आयोजित हुई थी। इस दौरान कई अभ्यर्थियों नौकरी पाने की चाह में दस्तावेजों में हेराफेरी करके बोर्ड में रखे गोपनीय दस्तावेजों को बदल दिया था। इसके ओरिजनल नम्बर्स के साथ छेड़छाड़ करके अभ्यर्थियों ने शिक्षकों की जॉब हासिल कर ली थी।

वेरीफिकेशन में फंसा मामला

इसी बीच एक अभ्यर्थी अपना वेरीफिकेशन कराने यूपी बोर्ड के इलाहाबाद क्षेत्रीय कार्यालय पहुंच गया। उसी समय मामला क्षेत्रीय सचिव प्रमोद कुमार के सामने आया। जिसके बाद उन्होंने दस्तावेजों की जांच शुरू की और मामला सामने आया। उन्होंने इस बारे में जेडी इलाहाबाद मंडल को जानकारी दी। जिसके बाद उन्होंने दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ कर फर्जी तरीके से जॉब पाने वाले शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी।

फरार हुए आरोपी शिक्षक

मामला खुलने के बाद आरोपी शिक्षक जॉब छोड़कर फरार हो गए। इसके बाद जेडी ने सात शिक्षक को फर्जीवाड़े से नौकरी पाने के आरोपी में बर्खास्त कर दिया। उसके बाद बोर्ड की सचिव शैल यादव ने उच्च स्तरीय जांच के लिए कमेटी का गठन किया और बोर्ड के कर्मचारियों की कार्यशैली की जांच शुरू कराई। पांच महीनों तक चली जांच के बाद एक मार्च को कमेटी ने जांच रिपोर्ट सौंपी।

फैक्ट फाइल

अक्टूबर 2016 में फर्जीवाड़ा का हुआ खुलासा

जांच में दस्तावेजों को बदलने का मामला आया सामने

आरोपी सात शिक्षकों को जेडी इलाहाबाद मंडल ने किया बर्खास्त

सातों शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज

आरोपी शिक्षक स्कूल से हुए फरार

जांच के लिए जेडी की अध्यक्षता में बोर्ड के अधिकारियों की बनी कमेटी

Posted By: Inextlive