मेरठ में एक प्रेस में एनसीईआरटी की किताबों की अवैध छपाई और उन्हें गैरकानूनी तरीके से बेचे जाने का मामला सामने आया है। पुलिस ने इस मामले में अब तक 12 लोगों को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी अभी भी फरार है।


मेरठ (एएनआई)। उत्तर प्रदेश के मेरठ में गैरकानूनी तरीके से एनसीईआरटी की किताबों के बेचे जाने का भांड़ाफोड़ हुआ है। पुलिस ने कहा एक संयुक्त अभियान में, मेरठ पुलिस और विशेष कार्य बल (एसटीएफ) ने गैरकानूनी तरीकों से एनसीईआरटी की किताबें बेचने के लिए 12 लोगों को गिरफ्तार किया है। इस दाैरान पुलिस ने 35 करोड़ रुपये की किताबें जब्त की हैं और मुख्य आरोपी सचिन गुप्ता को पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है। इस संबंध में न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए मेरठ पुलिस एसएसपी अजय शाहनी ने कहा सूचना मिली थी कि एक प्रिंटिंग प्रेस में एनसीईआरटी की किताबों की अवैध छपाई चल रही है। पुलिस मुख्य आरोपी सचिन गुप्ता की तलाश में
इसके बाद संयुक्त टीम ने वहां पर छापा मारकर 35 करोड़ रुपये की एनसीईआरटी पुस्तकों और छपाई मशीनों बरामद की। इस मामले की प्रारंभिक जांच के दौरान हमें पता चला कि ये किताबें मुद्रित होने के बाद अवैध तरीके से दिल्ली, उत्तराखंड और अन्य स्थानों के माध्यम से बेची जा रही थीं। उन्होंने कहा कि पुलिस मुख्य आरोपी सचिन गुप्ता की तलाश में है और आगे की जांच जारी है।अजय शाहनी ने कहा हमारे पास 12 लोग हिरासत में हैं। इन सभी से पूछताछ की जा रही है। ये लोग जिस गोदाम में वे किताबें रखते थे, उसी जगह पर किताबें छापते थे।

Posted By: Shweta Mishra