AGRA: तमाम सरकारी योजनाओं के चलते एक ही परिवार के पांच बच्चे टीबी की बीमारी के चलते काल के गाल में समा गए. करोड़ों रुपयोंं के बजट के बाद भी एक गरीब बाप को अपने बच्चोंं के लिए बीमारी के लिए दवाएं तक नसीब नहीं हुईं. आई नेक्स्ट में यह न्यूज पब्लिश होने के बाद एडी हेल्थ ने मामले को प्रमुखता से लिया और जिला क्षय रोग अधिकारी को मामले के जांच के आदेश दिए हैं. वहीं लाचार पिता की बची इकलौती बेटी के ट्रीटमेंट की मॉनिटरिंग भी डिपार्टमेंट करेगा.


हुई थी न्यूज पब्लिश नाऊ की सराय, टेढ़ी बगिया निवासी जवाहर और शारदा के पांच बच्चों की मौत टीबी में ट्रीटमेंट न हो पाने के चलते हो गई थी। जवाहर की इकलौती बची बेटी आरती भी टीबी की एमडीआर की शिकार है। आर्थिक तंगी के चलते जवाहर अपनी इस बेटी का ट्रीटमेंट नहीं करवा पा रहा था। वहीं गवर्नमेंट हॉस्पिटल में भी उसको बाहर की मेडिसिंस लिखी जा रही थीं। आई नेक्स्ट ने 16 जून को इस मामले को प्रमुखता से पब्लिश किया था।अब होगी जांच


आई नेक्स्ट में न्यूज पब्लिश होने के बाद एडी हेल्थ डॉ। आरके गुप्ता ने जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ। महावीर सिंह को पूरे मामले के जांच के आदेश दिए हैं। मंडे को जवाहर और उनकी बेटी को डॉ। गुप्ता ने ऑफिस बुलाया और उसकी फाइल चेक की। इसके बाद उन्होंने डॉ। सिंह को आरती की केस हिस्ट्री जानने के बाद उसका पूरा चेकअप करके उसका ट्रीटमेंट शुरू करने का आर्डर भी दिया गया है। एक वीक के अंदर डॉ। सिंह को जांच रिपोर्ट एडी हेल्थ को सौंपनी होगी।वर्जन मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं और आरती का ट्रीटमेंट नए सिरे से सभी चेकअप होने के बाद डिपार्टमेंट की ओर से शुरू किया जाएगा।

- डॉ। आरके गुप्ता, एडी हेल्थ

Posted By: Inextlive