आगरा. ब्यूरो सनराइज के साथ ही आसमान से आग बरसने लगती है. मॉर्निंग से ही चिलचिलाती धूप से बच्चे से लेकर बड़े तक प्रभावित हो रहे हैं. हालत ये हैं कि असेंबली ग्राउंड में प्रेयर के दौरान बच्चों का सिर तो सड़क पर सूर्य की तपिश से बड़ों का सिर चकरा जाता है.

9 बजे बाद ही घर से निकलना मुश्किल
अप्रैल में ही तेज धूप ने आगराइट्स को बेहाल करना शुरू कर दिया है। सुबह 9 बजे के बाद धूप में घर से निकलना भी मुश्किल हो जाता है। खंदारी निवासी रेयांश ने बताया कि उनका बेटा हर्ष क्लास फोर्थ में हाईवे स्थित एक कॉन्वेंट स्कूल में पढ़ता है। मॉर्निंग में असेंबली ग्राउंड में प्रेयर के दौरान अचानक बेटा चक्कर आने के बाद गिर पड़ा। स्कू ल स्टाफ का कॉल आया तो हम दौड़कर स्कूल पहुंचे। बेटे को डॉक्टर पर ले गए। डॉक्टर ने बताया कि गर्मी के चलते ऐसा हुआ है। इस तरह की परेशानी का सामना सिर्फ रेयांश को ही नहीं, बल्कि तेज धूप से बच्चों की तबियत बिगड़ रही है।

तीन डिग्री अधिक रहा टेम्प्रेचर
गुरुवार को मैक्सिमम टेम्प्रेचर 41.8 डिग्री दर्ज किया गया। जो नॉर्मल टेम्प्रेचर से तीन डिग्री अधिक रहा। इसके चलते लोगों को दिन में धूप से बेहाल रहना पड़ा। वहीं मिनिमम टेम्प्रेचर 23.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो नॉर्मल टेम्प्रेचर से 1.6 डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया गया। इसके चलते लोगों ने रात में भी गर्मी से राहत के लिए कूलर और एसी का इस्तेमाल किया।

आज हो सकती है बारिश
मौसम विभाग की मानें तो शुक्रवार को गर्मी से लोगों को कुछ राहत मिल सकती है। विभाग की ओर से बारिश की संभावना जताई गई है।

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अभी इस तरह रहेगा मौसम

डेट मिनिमम टेम्प्रेचर मैक्सिमम टेम्प्रेचर वेदर फोरकास्ट
19 अप्रैल 26 39 बारिश और तेज हवाओं की संभावना
20 अप्रैल 25 39 आंशिक रूप से बादल छाएंगे
21 अप्रैल 24 39 आसमान साफ रहेगा
22 अप्रैल 24 40 आसमान साफ रहेगा
23 अप्रैल 24 40 आसमान साफ रहेगा
24 अप्रैल 24 40 आसमान साफ रहेगा

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हीट स्ट्रोक का बढ़ गया खतरा
तेज धूप के साथ लू चलने से हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ गया है। धूप में ज्यादा देर रहने पर शरीर से पसीना निकलना बंद हो जाए तो सतर्क हो जाएं। शरीर का तापमान बढऩे के साथ बेहोशी आ सकती है। यह घातक भी हो सकता है। टेम्प्रेचर बढऩे के साथ ही सरकारी और निजी अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ गई है। एसएन मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डॉ। मृदुल चतुर्वेदी ने बताया कि 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान पहुंचने पर हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। तापमान बढऩे पर शरीर से पसीना अधिक निकलता है, जिससे शरीर ठंडा बना रहता है। मगर, तापमान बढऩे के साथ ही गर्म हवा चलने पर शरीर को ठंडा रखने वाला सिस्टम गड़बड़ जाता है। इससे शरीर से पसीना निकलना बंद हो जाता है। साथ ही शरीर का तापमान 101 फारेनहाइट से अधिक पहुंच जाता है और बेहोशी आ लगती है। ये हीट स्ट्रोक के लक्षण हैं। हीट स्ट्रोक से पीडि़त मरीज के शरीर पर गीला कपड़ा लपेटकर पंखे में लिटा देना चाहिए। इससे शरीर का टेम्प्रेचर कम होने लगता है। एसएन के बाल रोग विभाग के अध्यक्ष डॉ। नीरज यादव ने बताया कि खाली पेट स्कूल जा रहे बच्चों को पेट दर्द, सिर दर्द के साथ उल्टी दस्त की समस्या हो रही है।
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ये हैं हीट स्ट्रोक के लक्षण
- शरीर का तापमान 101 फारेनहाइट से अधिक पहुंचना
- पसीना निकलना बंद होना
- बेहोशी आ जाना
- हाथ पैरों में दर्द
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ये करें
- लू से बचने के लिए घर से खाली पेट न निकलें। डायबिटीज और हृदय रोगियों को ज्यादा खतरा.
- ताजा खाना खाएं। आम और पुदीना का पना, छाछ, नींबू की शिकंजी और प्याज का अधिक से अधिक उपयोग करें.
- तरबूज, खरबूज, खीरा आदि का सेवन अधिक करें
- नीबू शिकंजी, नारियल पानी, छाछ और लस्सी का सेवन करें
- चिकनाई युक्त भोजन का सेवन कम करें
- धूप से बचें, छाता और चश्मा लगाकर निकलें

Posted By: Inextlive