लॉकडाउन से लेकर अब तक लाखों रुपये गंवा चुके लोग

नये-नये तरीकों से ठगी को अंजाम दे रहे साइबर क्रिमिनल्स

आगरा। लॉकडाउन में लोगों का व्यापार ठप रहा। सभी घर पर बैठे रहे लेकिन साइबर क्रिमिनल्स नये-नये तरीकों से ऑनलाइन ठगी की वारदातों को अंजाम देते हुए लोगों को अपना शिकार बनाते रहे। साइबर सेल में लॉकडाउन से अब तक 169 केस ऑनलाइन ठगी के सामने आए हैं, जिनमें लोग लाखों रुपये गंवा चुके हैं।

रिश्तेदार बन कर रहे ठगी

साइबर ठग फेसबुक आईडी हैक कर लोगों को मैसेंजर पर कोरोना काल में आíथक मदद के लिए संदेश भेज रहे हैं। बोदला के रहने वाले अजीत सिंह चौहान की एफबी आईडी साइबर ठगों द्वारा हैक कर ली गई। ऐसे में ठगों द्वारा उनके रिश्तेदारों को मैसेज भेजना शुरू कर दिया। जिसमें कोरोना काल में दस हजार रुपये की मदद कर रकम खाते में डालने की बात कही गई। अजीत को जब रिश्तेदारों से इसकी फोन से जानकारी हुई तब उन्हें अपनी एफबी आईडी हैक होने का अहसास हुआ। साइबर ठग इस तरह के मैसेज भेजकर लोगों को ठगी का शिकार बना चुके हैं। साइबर ठगों ने लॉटरी निकलने का लालच, केवाईसी के नाम पर लोगों से ठगी करना भी शुरू कर दिया है।

कई राज्यों में गैंग सक्रिय

साइबर सेल प्रभारी के अनुसार साइबर ठगी की वारदातें दिल्ली और कर्नाटक सहित अन्य राज्यों के गैंग करते हैं। क्रिमिनल साइबर ठगी को अंजाम देने के नए नए तरीके सर्च करते हैं। आगरा के बाह क्षेत्र में भी पुलिस ने पिछले दिनों एक सक्रिय गैंग को पकड़ा था, जो दूसरे राज्यों के लोगों को कॉल कर केवाईसी और लॉटरी निकलने का लालच देता था, लोग उनके झांसे में आ जाते थे। पुलिस ने गैंग का पर्दाफाश कर आरोपियों को जेल भेज दिया। रेंज साइबर सेल की सूचना पर पिछले दिनों झारखंड के जामतारा में भी एक गैंग पकड़ा गया था।

लॉकडाउन से अनलॉक तक ठगी

अप्रैल, मई में पूरी तरह लॉकडाउन रहा है, इसके कुछ दिन बाद अनलॉक हो गया था। इन दिनों में 169 साइबर ठगी के मामले सामने आए हैं। वहीं साढ़े 26 लाख से अधिक की ठगी को अंजाम दिया गया है। रेंज साइबर सेल में आगरा के अलावा मथुरा, फिरोजाबाद और मैनपुरी भी शामिल है। इसी तरह रेंज साइबर थाने में भी ठगी के मामले सामने आ रहे हैं।

जिला साइबर सेल

ठगी के केस

30

ठगी की धनराशि

3 लाख 50 हजार

रेंज साइबर सेल

ठगी के केस

105

ठगी की धनराशि

12 लाख 5 हजार

रेंज साइबर थाना

ठगी के केस

24

ठगी की धनराशि

11 लाख

इस तरह देते हैं झांसा

-फेसबुक मैसेंजर पर रिश्तेदार बनकर मांगते हैं मदद

-बैंक अधिकारी बनकर लोगों को करते हैं कॉल

-खाते की अपडेट और केवाईसी के नाम पर भी ठगी

-एटीएम बंद करने और चालू करने के नाम पर लेते हैं पर्सनल डिटेल

-रिश्तेदार बन पेटीएम और गूगल पे पर मांगते हैं रकम

इन बातों का रखें ध्यान

-अनजान व्यक्ति की कॉल पर न करें विश्वास।

-इंटरनेट से हेल्प लाइन नंबर नहीं लेने चाहिए।

-केबीसी और लॉटरी के लालच में न आएं।

-केवाईसी के नाम पर एप डाउनलोड न करें।

-एटीएम कार्ड और खाते की जानकारी बैंक नहीं लेता है।

ठगी से बचने के लिए लोगों का अवेयर रहना बहुत आवश्यक है। अनजान नंबर से मैसेज में आने वाले लिंक को क्लिक नहीं करें। इसके साथ ही इंटरनेट से किसी भी कस्टमर केयर पर संपर्क करें तो अपने बैंक खातों और एटीएम की डिटेल शेयर न करें। ऐसा करने से ठगी से बचा जा सकता है।

अमित सिंह, साइबर सेल प्रभारी

Posted By: Inextlive