AGRA अपनी सेवाएं दुरुस्त रखने का दावा करने वाला बीएसएनएल की खामियां एक-एक कर सामने आ रही हैं। शमसाबाद एरिया के कुर्राचित्तरपुर स्थित टेलीफोन एक्सचेंज पिछले तीन वर्ष से ठप पड़ा है। मामला अधिकारियों के संज्ञान में होने के बाद भी आज तक कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। यहीं नहीं मोबाइल टॉवर भी सफेद हाथी साबित हो रहा है। इसके चलते कस्बा समेत दो दर्जन से ज्यादा गांवों में नेट व संचार व्यवस्था ठप हो गई है।

ये कैसा कनेक्टिंग इंडिया

भारत दूरसंचार निगम लि। ने अपनी योजनाओं का प्रचार-प्रसार करने के लिए कनेक्टिंग इंडिया के नाम एक स्लोगन तैयार किया। इस स्लोगन का उद्देश्य भारत के दूर-दराज के एरियाज गांव-शहर के लोगों को आपस में जोड़ने के लिए बढ़ती बीएसएनएल की भूमिका

के लिए इस स्लोगन को तैयार किया गया, लेकिन बीएसएनएल की बढ़ती गड़बडि़यों ने कनेक्टिंग इंडिया के स्लोगन को ही पंगु कर दिया।

टेलीफोन एक्सचेंज बंद फिर भी भेज दिए बिल

स्थानीय लोगों के अनुसार टेलीफोन एक्सचेंज बंद होने पर भी दर्जनों लोगों के हजारों के बिल बीएसएनएल द्वारा भेज दिए गए हैं। सवाल ये है कि देश-दुनिया दूरसंचार के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है। वहीं बीएसएनएल नई सेवा तो शुरू करना दूर रहा, लेकिन अपनी मौजूदा व्यवस्था को नहीं संभाल पा रहा है।

बंद एक्सचेंज में भी हर महीने हजारों का खर्चा

टेलीफोन एक्सचेंज को संचालित करने के लिए बीएसएनएल हर महीने हजारों रुपये खर्च करता है। इसमें एक्सचेंज के संचालन के लिए ऑफिस का रेंट 10-12 हजार, बिजली का रेंट, दो लाइनमैन की तैनाती एक लाइनमैन की सेलरी तकरीबन 20-25 हजार, एक्सचेंज पर लाइट न होने पर जनरेटर की व्यवस्था विभाग द्वारा की जाती है। इसके लिए हर महीने 200 ली। डीजल मुहैया कराया जाता है। इसके अलावा एक्सचेंज की मशीनों को चलाने के लिए बैटरी की व्यवस्था भी विभाग द्वारा की जाती है। आपको बता दें के जनपद में 82 टेलीफोन एक्सचेंज हैं, जिनके रखरखाव पर हर महीने लाखों रुपये खर्च किए जाते हैं।

इतने कनेक्शन होने पर भी विभाग ने दिखाई लापरवाही

स्थानीय लोगों ने बताया कि टेलीफोन एक्सचेंज की शुरुआत 25 लाइन के कनेक्शन से की गई। इसके बाद 50 फिर 100 लाइन की गई। ज्यों-ज्यों कनेक्शनों की संख्या में इजाफा होता गया, त्यों-त्यों लाइन को बढ़ाया गया। इस प्रकार कुछ ही दिनों में इनकी संख्या 500 को पार कर गई। कुर्राचित्तरपुर स्थित एक्सचेंज को 1000 लाइन का करना पड़ा। इसके बावजूद भी विभाग लापरवाह बन गया।

बाह में भी सेवा बदहाल

जिले की बाह तहसील में भी बीएसएनएल की सेवाएं बदहाल रहती हैं। कस्बे में स्थित स्टेट, बैंक ऑफ इंडिया, केनरा बैंक,

आर्यावृत बैंक में सर्वर डाउन रहने घंटों ग्राहकों की लम्बी लाइनें लगी रहती हैं। यहां एक्सचेंज महीने में एक-दो ही दिन खुलता है। एक्सचेंज बंद रहने से इंटरनेट व्यवस्था ठप रहती है।

---------

Posted By: Inextlive