AGRA 22 Jan. : डीबीआरएयू में आए दिन खुल रहे फर्जीवाड़ों पर लगाम लगाने के लिए विवि प्रशासन प्लान तैयार कर रहा है. ट्यूजडे को फर्जी मार्कशीट बनाने वाले रैकेट का गिरोह का खुलासा होने के बाद विवि में खलबली मची हुई है. इस मामले के बाद विवि एडमिनिस्ट्रेशन ने आगे से ऐसे फर्जीवाड़ों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की बात कही है. रैकेट का खुलासा होने के बाद वेडनसडे को यूनिवर्सिटी में कोई भी दलाल और कई कर्मचारी नदारद नजर आए. यूनिवर्सिटी में चहल-पहल भी कम रही.


हर प्रक्रिया पर रहेगी नजरवेडनसडे को फर्जी रैकेट मामले के बारे में बोलते हुए वीसी ने कहा कि फर्जीवाड़े इसलिए आसानी से होते जाते हैं कि हर प्रक्रिया पर नजर नहीं रखी जा सकती। पर अब ऐसा नहीं होगा। कॉपी मूल्यांकन के बाद से रिजल्ट बनने तक हर प्रक्रिया के लिए अधिकारियों को सतर्क रहना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि इसके लिए एजेंसी स्तर से भी सिस्टम को मजबूत किया जाएगा। इस मामले में लिप्त पाए जाने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।कहीं नाम न खुल जाए
वेडनसडे को यूनिवर्सिटी कैंपस में चहल-पहल कम दिखी। पूछताछ में कहीं नाम न खुल जाए इस डर से कई दलाल और कर्मचारी यूनिवर्सिटी से नदारद रहे। फर्जी रैकेट मामले में आरोपियों ने पुलिस की पूछताछ में कई कर्मचारियों के नाम खोले हैं। वहीं, कुछ जगहों पर दबी जुबान से कर्मचारी और स्टूडेंट्स रैकेट के बारे में चर्चा करते नजर आए। एनएसयूआई संगठन के पदाधिकारियों ने भी चुप्पी साध ली है.

Posted By: Inextlive