तीन युवकों पर आरोप, पुलिस ने हिरासत में लिए

बालिका की हालत बिगड़ी, लेडी लायल में कराया भर्ती

आगरा: एत्माद्दौला क्षेत्र में 12 वर्ष की बालिका से तीन युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। जान से मारने की धमकी दी। परिजन की शिकायत पर पहुंची पुलिस ने तीनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया। पीडि़ता को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है।

जान से मारने की धमकी

रविवार दोपहर 12.30 बजे बालिका घर से बर्फ लेने बाहर गई थी। पड़ोस में रहने वाले युवक ने उसे कमरे में खींच लिया। बालिका का कहना है कि वहां युवक के दो दोस्त और आ गए। तीनों ने उसके साथ घिनौनी हरकत की। आरोपियों ने उसे जान से मारने की धमकी भी दी। बदहवास हालत में बालिका अपने घर पहुंची, रोते हुए मां को घटना की जानकारी दी। मां उसे पहले डॉक्टर के यहां लेकर गई फिर पुलिस से शिकायत की। पुलिस ने तीनों आरोपियों को दबोच लिया। बालिका को लेकर परिजन थाने पहुंच गए। पुलिस बालिका को मेडिकल के लिए लेडी लायल ले गई। हालत बिगड़ने पर बालिका को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है।

बच्ची का उपचार चल रहा है। आरोपी इरफान, आदिल और जाहिद को गिरतार कर लिया गया है। इरफान कार मैकेनिक है। आदिल मजदूरी पर चांदी की पायल बनाता है और जाहिद इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान पर काम करता है। बालिका के परिजन की तहरीर पर तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। सोमवार को आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जाएगा

देवेंद्र शंकर पांडेय, इंस्पेक्टर, एत्माद्दौला

तीन घंटे तक इलाज को तड़पती रही दुष्कर्म पीडि़त बालिका

सामूहिक दुष्कर्म का शिकार हुई बालिका तीन घंटे तक हॉस्पिटल में उपचार को तड़पती रही। परिजन ने हंगामा किया। इसके बाद राज्य अल्पसंयक आयोग के अध्यक्ष अशफाक सैफी से मदद की गुहार लगाई। उनके पहुंचने के बाद उपचार शुरू हो सका। राज्य अल्पसंयक आयोग के अध्यक्ष ने पुलिस और डॉक्टर्स के संवेदनहीन रवैये पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा है कि वे इसको लेकर उच्च अधिकारियों से बात करेंगे।

ड्यूटी ात्म, अब नहीं देोंगे

एत्माद्दौला क्षेत्र में सामूहिक दुष्कर्म का शिकार हुई 12 वर्षीय बालिका की हालत बिगड़ रही थी। परिजन और पुलिस दोपहर दो बजे उसे उपचार के लिए लेडी लायल लेकर पहुंचे। परिजन ने बताया कि वहां जो नर्स मौजूद थीं। उनका कहना था कि ड्यूटी खत्म हो गई है। अब वे नहीं देखेंगी। दूसरी नर्स ड्यूटी पर नहीं थीं। उन्होंने सभी के हाथ जोड़े, लेकिन किसी ने नहीं सुनी। उधर, बालिका की लीडिंग नहीं रुक रही थी। हॉस्पिटल में मदद न मिलते देखकर परिजन ने दोपहर साढ़े तीन बजे राज्य अल्पसंयक आयोग के अध्यक्ष अशफाक सैफी से फोन पर संपर्क किया। उन्होंने जिलाधिकारी व अन्य अधिकारियों से बात की। वे खुद पहुंच गए। वहां उन्होंने डॉक्टर्स और पुलिस अधिकारियों के प्रति नाराजगी जाहिर की।

बालिका की हालत बिगड़ रही थी। इसके बाद भी तीन घंटे तक उसे सरकारी अस्पताल में इलाज नहीं मिला। पुलिस और डॉक्टर्स ने संवेदनहीनता का परिचय दिया है। वे इसके लिए अधिकारियों से बात करेंगे। ऐसे लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए।

अशफाक सैफी, अध्यक्ष, राज्य अल्पसंयक आयोग

इलाज ने मिलने पर जताया विरोध

दुष्कर्म पीडि़ता मासूम को इलाज न मिलने पर सपा नेताओं ने लेडी लायल अस्पताल में जमकर हंगामा किया। सपा नेता रिजवान रईसउद्दीन ने डॉक्टरों से बात करके पीडि़ता को इलाज उपलध कराया है।

Posted By: Inextlive