आगरा : दीपावली पर इस बार लक्ष्मी-गणेश की पूजा के लिए मिट्टी की मूर्तियां लोगों की पहली पसंद बन रही हैं। प्लास्टर आफ पेरिस (पीओपी) और कोलकाता में बनी मूर्तियों की मांग कम है।

दीपावली के दिन लक्ष्मी व गणेश की पूजा के लिए आमतौर पर मिट्टी के दीपक और मूर्तियों को शुद्ध माना जाता है। मगर, पिछले कई सालों से बाजार में पीओपी की मूर्तियों की बिक्री ज्यादा होती थी। लेकिन, इस बार बाजार में बदलाव दिखाई दे रहा है। घटिया छिली ईंट रोड स्थित थोक मूर्ति बाजार में दीपावली के लिए लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां सज गई हैं। इनमें सबसे ज्यादा मिट्टी से बनी मूर्तियां बिक रही हैं। मूर्तियों का काम करने वाले संजू ने बताया कि पिछले साल की तुलना में इस बार मिट्टी की मूर्तियों की मांग 60 फीसद ज्यादा है। पूजा के लिए प्लास्टर आफ पेरिस की मूर्तियों को लोग ठीक नहीं मानते हैं।

गिफ्ट में दे रहे प्लास्टर आफ पेरिस की बनी मूर्ति :

मूर्ति व्यापारी संतोष ने बताया कि पूजा के लिए मिट्टी की मूर्तियों का पसंद किया जा रहा है। वहीं पीओपी से बनी मूर्तियों लोग गिफ्ट देने के लिए पसंद कर रहे हैं। पीओपी की मूर्तियां ज्यादा आकर्षक और चमकदार होती हैं।

गोबर से बनी मूर्ति भी उपलब्ध : बाजार में गाय के गोबर से बनी लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां भी उपलब्ध हैं। गोबर से बने शुभ-लाभ और स्वास्तिक चिन्ह भी मिल रहे हैं। संजय प्लेस स्थित सत्यमेव जयते संस्था के हरेश वासवानी ने बताया कि 60 रुपये से 150 रुपये में अलग-अलग साइज की गोबर से बनी मूर्ति मिल रही हैं।

30 रुपये से दो हजार तक की मूर्ति :

बाजार में लक्ष्मी-गणेश की मिट्टी की मूर्ति 30 से 500 रुपये तक में उपलब्ध हैं। वहीं पीओपी की मूर्तियां 50 से दो हजार रुपये तक में मिल रही हैं। मूर्तियों की साइज के हिसाब से अलग-अलग दाम हैं। इसी तरह मिट्टी के बने फैंसी दीये भी 20 रुपये से लेकर 200 रुपये तक में उपलब्ध हैं।

Posted By: Inextlive