यमुना नदी पर पांटून पुल का निर्माण अभी तक नहीं किया गया है. जबकि 15 अक्टूबर तक इसका निर्माण होना था. ऐसे में डेरा बंजारा आदि गांव में जाने के लिए नाव का सहारा लेना पड़ता है. जिससे जेब पर बोझ पडऩे के साथ जान का भी खतरा रहता है. लेकिन विभाग इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा. इस समस्या से सिर्फ मऊ निवासी फूल सिंह ही नहीं जूझ रहे हैं बल्कि हजारों ग्रामीण परेशान हैं.

आगरा(ब्यूरो) । मऊ में यमुना पर पांटून पुल का निर्माण कराया जाता है। बारिश के दौरान इस पुल को हटा दिया जाता है। क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि 15 अक्टूबर तक फिर से इस पुल का निर्माण करा दिया जाता है। लेकिन इस बार यमुना पर पांटून पुल का निर्माण नहीं कराया गया है। इसके चलते लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

नाव का ले रहे सहारा
पांटून पुल का निर्माण नहीं होने के चलते क्षेत्रीय लोग आवागमन के लिए नाव का सहारा लेते हैं। नाव वाले जहां लोगों से मनमाने रुपए वसूलते हैं, वहीं बड़ी संख्या में वाहन और सवारी बैठाते हैं। इस कारण हादसे की आशंका भी बनी रहती है।

15 अक्टूबर तक पांटून पुल का निर्माण न होने के कारण क्षेत्रीय लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
फूल सिंह

नाव वाले मनमाना किराया वसूलते हैं। पांटून पुल के निर्माण के बाद जहां इस पर अंकुश लगेगा, वहीं सफर भी सुरक्षित हो सकेगा।
दिलीप सिंह

हजारों की संख्या में क्षेत्रीय लोगों का यमुना पार के क्षेत्रों में रोज आवागमन होता है। नाव से सफर खतरे से भरा है। लेकिन मजबूरी में नाव पर सफर करना होता है।
योगेंद्र सिंह

क्षेत्रीय लोगों की समस्याओं को लेकर न तो प्रशासन और न ही अधिकारी इस ओर कोई ध्यान दे रहे हैं। जबकि क्षेत्रीय लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
बंटू

Posted By: Inextlive