AGRA: जवाहर ने टीबी बीमारी के चलते अब तक अपने पांच बच्चों को खो दिया था. इकलौती बची बेटी आरती की जिंदगी के लिए वो बार-बार हेल्थ डिपार्टमेंट के चक्कर काट रहे थे. उनकी इस समस्या को आई नेक्स्ट ने प्रमुखता के साथ पब्लिश किया था. श्री साईं नाथ सेवा समिति ने आरती के ट्रीटमेंट और उसके खाने पीने का जिम्मा उठाया है. डॉक्टर्स के मुताबिक आरती पूरी तरह से ठीक होकर अपनी आने वाली जिंदगी जी सकेगी.


हुई थी न्यूज पब्लिश आई नेक्स्ट ने अपने 14 जून के अंक में टेढी बगिया, नाऊ की सराय निवासी जवाहर लाल गुप्ता की दिल झकझोर देने वाली न्यूज पब्लिश की थी। जवाहर और शारदा टीबी बीमारी के चलते अब तक 22 साल का राजेश, 19 साल का विनोद, 25 साल की सुधा, 17 साल का संजय और 15 साल की पूजा की जिंदगी खो चुके हैं। मजदूरी करने वाले जवाहर के पास अब केवल 15 साल की आरती बची है जिसको डॉक्टर्स ने एमडीआर टीबी का पेशेंट बताया है। इसके बाद 18 जुलाई को एडी हेल्थ डॉ। एके गुप्ता ने भी मामले की जांच के आदेश दिए थे।मिला सहारा
श्री साईं नाथ सेवा समिति ने आरती के ट्रीटमेंट और उसकी प्रॉपर डाइट का जिम्मा अपने ऊपर लिया है। संडे को संस्था के मीडिया प्रभारी देवेंद्र सेन ने सदर स्थित पंकज पैथोलॉजी लैब पर आरती के सभी टेस्ट करवाए। संस्था की ओर से आरती को डॉ। एएस सचान को दिखाया गया। डॉ। सचान के मुताबिक आरती की हालत इसलिए बिगड़ी क्योंकि उसको न तो प्रॉपर ट्रीटमेंट मिला और न ही प्रॉपर डाइट। डॉ। सचान ने बताया कि प्रॉपर ट्रीटमेंट के बाद आरती बिल्कुल ठीक हो जाएगी। संस्था ने आरती की दवा से लेकर खाने पीने का जिम्मा उठाया है।

Posted By: Inextlive