आगरा। चांदनी रात में संगमरमरी ताजमहल को निहारने की बात ही कुछ और है। कोरोना काल के बाद जब ताजमहल का रात्रि दर्शन शुरू हुआ तो पर्यटकों ने इसे हाथों हाथ लिया। इस बार तीन दिन ताज रात्रि दर्शन हुए। तीनों दिन सभी टिकट बिक गए।

इस महीने ताज का नाइट व्यू केवल तीन दिन ही हुआ। 21, 23, और 24 अगस्त को पर्यटक ताजमहल को चांद की रोशनी में देखा। शनिवार को तीनों स्लॉट फुल रहे। इसके बाद संडे को ताज के नाइट व्यू के लिए बंद रहा। सोमवार को भी ताज के नाइट व्यू के सभी स्लॉट फुल रहे। मंगलवार के लिए भी तीनों स्लॉट फुल हो गए। सोमवार को माल रोड स्थित भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के कार्यालय में ताजमहल के नाइटव्यू के लिए टिकट दोपहर एक बजे से पहले ही खत्म हो गए थे। 50-50 के तीन स्लॉट में पूरे 150 टिकट बिक गए। वहीं, सोमवार रात को तीनों स्लॉटों में 75 पर्यटकों ने दुनिया के सातवें अजूबे की चांद की रोशनी में झलक देखी। कोरोना काल से पहले ताज का नाइट व्यू पांच दिनों का था और आठ स्लॉट में 400 पर्यटकों को ताज निहारने की अनुमति थी, लेकिन प्रशासन की अनुमति के बाद शुरू हुए नाइटव्यू को इस बार तीन दिन तक और तीन स्लॉट में ही दिखाने की अनुमति मिली

थी।

इंदिरा गांधी की मौत के बाद रात में ताज खुलना हो गया था बंद

वर्ष 1984 तक ताजमहल रात में खुलता था, लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद सुरक्षा कारणों के चलते रात्रि दर्शन बंद कर दिया गया था। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर नवंबर 2004 में करीब 20 वर्षो के बाद ताजमहल को दोबारा रात में खोला गया था।

Posted By: Inextlive