आगरा। आगरा ऑक्सीजन का हब बनेगा। मंडल में 20 ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाएंगे। इसकी तैयारी शुरु कर दी गइ है। ये ऑक्सीजन प्लांट पीएम केयर फंड, सीएम केयर फंड की मदद से स्थापित किए जाएंगे। कोविड-19 की तीसरी लहर के आने से पहले ऑक्सीजन व अन्य उपकरणों की व्यवस्था को दुरुस्त किया जाएगा। गुरुवार को प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ की घोषणा के बाद इसकी तैयारियां शुरु हो गई हैं। इसके अलावा आगरा को 216 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भी मुहैया कराए गए हैं।

रोज हो रहा प्रोडेक्शन

शहर में दो ऑक्सीजन प्लांट पर हर रोल 2800 सिलिंडर का प्रोडेक्शन हो रहा है। इसमें सिकंदरा प्लांट में 1000 से 1200 सिलिंडर और टेढ़ी बगिया के ऑक्सीजन प्लांट पर हर रोज 1500 से 1600 ऑक्सीजन गैस सिलिंडर का प्रोडेक्शन हो रहा है। पूरे जिले में 6 वेंडर हॉस्पिटलों में ऑक्सीजन की आपूíत करते है। इसके अलावा 6 प्लांट स्टोर के हैं। इसमें तीन जलेसर रोड पर , दो हाथरस रोड और एक आंवलखेडां में हैं।

इतनी मिली ऑक्सीजन

आगरा में अभी दो प्लांट क्रियाशील हैं। इसके अलावा एयरलिट कर भी ऑक्सीजन मंगाई जा रही है। पिछले 24 घंटे में आगरा को 73.47 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूíत की जा रही है। कानपुर में 85.08 मीट्रिक टन, वाराणसी में 57.15 मीट्रिक टन, प्रयागराज में 56.99 मीट्रिक टन, मेरठ में 261.41 मीट्रिक टन, मुरादाबाद में 53.12 मीट्रिक टन, गोरखपुर 53.21 मीट्रिक टन, लखनऊ में 155.26 मीट्रिक टन ऑक्सीजन गैस की आपूíत प्रतिदिन हो रही है। मोदी नगर, आगरा, कानपुर, लखनऊ, बरेली, वाराणसी, को पूरी ऑक्सीजन सप्लाई के लिए हब बनाया गया है। जामन्रर जमशेदपुर, बोकारो, दुर्गापुर, हल्दिया से यूपी के शहरों के लिए ऑक्सीजन की आपूíत की जा रही है।

ऑक्सीजन की आपूíत के लिए बनाया ग्रीन कॉरिडोर

शहर में ऑक्सीजन की आपूíत को सुचारु करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा ग्रीन कॉरिडोर बनाकर एलएमओ लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की आपूíत के लिए डीएम प्रभु। एन। सिंह द्वारा अधिकारियों की जिमेदारी निर्धारित कर दी है। इसके लिए एडीएम सिटी डॉ। प्रभाकांत अवस्थी की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया है। ये कमेटी ऑक्सीजन गैस टैंकर आवंटित होने पर ग्रीन कॉरिडोर बनाकर एयरलिट की समुचित व्यवस्था के साथ उसको गतंव्य तक पहुंचाएगी इसके लिए दो टीमों का गठन किया गया है। इसमें ए और बी टीम का गठन किया गया है।

फिर भी पहले से मंहगा मिल रहा ऑक्सीजन सिलिंडर

इतनी व्यवस्था होने के बाद भी पहले से ऑक्सीजन सिलिंडर महंगा मिल रहा है। पहले हॉस्पिटल में 300 रुपये में मिलता था। फिर 50 रुपये बढ़ा दिए गए। इसमें 18 प्रतिशत जीएसटी जोड़कर 413 रुपये का वहीं वेंडर को 472 रुपये में मिल रहा है। कहीं- कहीं इससे भी ज्यादा कीमत वसूली जा रही है। वहीं लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन 110 रपये प्रति ली। में 19.80 रुपये जीएसटी के जोड़ दिए जाए, तो 129.80 रुपये के हिसाब प्रति ली। के हिसाब से तय किया गया था। लेकिन अब भी निर्धारित रेट से ऑक्सीजन उपलब्ध नहीं है। इस बारे में एडीएम प्रशासन निधि श्रीवास्तव ने बताया कि इसमें तीन प्रकार के सिलिंडर शामिल हैं। इसमें बी टाइप के सिलिंडर में 7 क्यूबिक मीटर गैस आती है। इसके अलावा दूसरा डी टाइप का इसमें 9 क्यूबिक मी। और जबो सिलिंडर में 11 क्यूबिक मीटर गैस होती है। वहीं आईएमए के पूर्व सचिव संजय चतुर्वेदी बताते हैं। कि शहर में दो प्लांट ही कार्यरत हैं। इसमें पहले की अपेक्षा सुधार हुआ है। औषिध निरीक्षक राजकुमार शर्मा ने बताया कि अब ऑक्सीजन की इतनी किल्लत नहीं है।

Posted By: Inextlive