- बीपी ने सुपारी की रकम में से दो लाख अपने पास बचाकर रखे थे

- पुलिस ने बीपी को रिमांड पर लेकर दो लाख रुपये किए बरामद

आगरा: प्रापर्टी डीलर हत्याकांड में भानु प्रताप मुदगल उर्फ बीपी को रिमांड पर लेने के बाद गुरुवार को नए तथ्य सामने आए। बीपी से पूछताछ में पुलिस को पता चला है कि प्रापर्टी डीलर की हत्या को विष्णु प्रकाश रावत ने दस लाख रुपये बीपी को दिए थे। बीपी ने इसमें से दो लाख रुपये अपने पास बचाकर रख लिए थे। गुरुवार को पुलिस ने बीपी को कोर्ट के आदेश पर रिमांड पर लिया। उससे पूछताछ के बाद दो लाख रुपये बरामद कर लिए।

सदर क्षेत्र में राजेश्वर मंदिर के पास रहने वाले दस्तावेज लेखक और प्रापर्टी डीलर हरेश पचौरी की 19 दिसंबर 2021 को राजपुर चुंगी में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने कहरई निवासी विष्णु प्रकाश रावत और सोनू रावत को गिरफ्तार कर घटना का पर्दाफाश कर दिया। पुलिस ने दावा किया था कि घटना की साजिश भानु प्रताप मुदगल उर्फ बीपी ने रची थी। उसी ने शूटर सचिन कंजा को दस लाख रुपये में सुपारी दी थी। बीपी पुलिस के हाथ नहीं आया। वह कोर्ट में समर्पण कर जेल चला गया। उधर, गोली मारकर हत्या करने वाला शूटर सचिन कंजा अभी फरार है। उस पर पुलिस ने 50 हजार का इनाम घोषित कर दिया है। उसका साथी आकाश हरियाणा में से¨टग से जेल चला गया। पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर बीपी को गुरुवार को रिमांड पर लिया। सुबह नौ बजे जिला जेल से उसे निकलवाकर पुलिस सदर थाना ले गई। वहां उससे घटना के संबंध में पूछताछ की गई। सीओ सदर राजीव कुमार का कहना है कि आरोपित ने पूछताछ में पूरी घटना कुबूली है। उसने बताया कि जमीनों के धंधों में हरेश पचौरी से उसकी काफी पुरानी रंजिश थी। इसी तरह विष्णु रावत भी उससे रंजिश मानता था। ऐसे में दोनों ने मिलकर हत्या की साजिश रची। विष्णु ने हरेश की हत्या के लिए दस लाख रुपये बीपी को दिए थे। बीपी के शूटर सचिन कंजा से संपर्क थे। बीपी को यह रकम शूटर को देनी थी। मगर, इसमें से बीपी ने दो लाख रुपये बचाकर अपने पास रख लिए। सचिन कंजा को केवल आठ लाख रुपये मिले थे। उससे कुछ प्रापर्टी में साझीदार बनाने का भी वादा किया था। पुलिस ने बीपी की निशानदेही पर उसके राजपुर चुंगी स्थित कांप्लेक्स से दो लाख रुपये बरामद कर लिए। ये रुपये फिरौती की रकम के लिए विष्णु द्वारा बीपी को दिए गए थे। शाम चार बजे पुलिस ने बीपी को जेल में दाखिल कर दिया।

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कमजोर हैं साक्ष्य

प्रापर्टी डीलर के स्वजन ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि पुलिस अभी तक हत्याकांड में कोई ठोस सुराग नहीं जुटा सकी है। हत्या में इस्तेमाल की गई बाइक, पिस्टल और शूटर व साजिशकर्ताओं के बीच बातचीत के साक्ष्य आदि पुलिस नहीं जुटा सकी है।

Posted By: Inextlive