छवि सुधारने को पुलिस दे रही चॉकलेट और पानी
आगरा। पुलिस अपने व्यवहार से फरियादियों से दूरी कम करने में जुटी है। एसएसपी द्वारा थानाध्यक्षों को दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। इसके चलते सभी थानों में छोटे बच्चों को चॉकलेट और फरियादियों को स्वागत के साथ पानी सर्व किया जा रहा है।
बच्चों को दी जा रही थी चॉकलेट मंगलवार को दैनिक जागरण-आईनेक्स्ट की टीम ने सिकं दरा थाने का रियलटी चेक किया। इसमें फरियादियों की सुनवाई के साथ उनके साथ आए बच्चे को चॉकलेट दी गई। फरियादियों से अच्छा व्यवहार किया जा रहा था। यहां चॉकलेट मिली गायब थाना हरीपर्वत में जब टीम पहुंची तो वहां भी फरियादियों को पानी सर्व किया जा रहा था। एप्लीकेशन के लिए पेपर भी मुहैया कराया जा रहा था। लेकिन, बच्चाें को दी जाने वाली चॉकलेट गायब थीं। रकाबगंज में अव्यवस्था टीम ने थाना रकाबगंज में भी व्यवस्थाओं का जायजा लिया।यहां फरियादियों के लिए कोई व्यवस्था नहीं मिली। पीने के लिए पानी तक उपलब्ध नहीं कराया जा रहा था।
कप्तान ने दिए थे निर्देशएसएसपी बबलू कुमार ने शासनादेश की पहल पर जनपद में पुलिस की छवि को और बेहतर करने के लिए सभी थाना प्रभारियों को दिशा निर्देश जारी किए थे। जिसके अंतर्गत थानों में आने वाले फरियादियों से मधुर व्यवहार के साथ उनकी शिकायत को सुनना। इसके बाद शिकायत लिखने के लिए पेन और पेपर मुहैया कराना है। इससे फरियादी और पुलिस के बीच दूरी तो कम होगी ही इसके साथ ही पुलिस पुरानी छवि को भी बेहतर किया जा सकेगा।
अक्सर शिकायत से कतराते हैं फरियादी अक्सर देखा गया है कि लूट, चोरी की वारदात होने पर पीडि़त शिकायत करने से कतराते हैं। अगर वह किसी तरह से थाने पहुंच भी जाता है, तो थाने में मौजूद स्टाफ द्वारा उनके द्वारा सही व्यवहार नहीं किया जाता है। हर थाने में महिला हेल्प डेस्क महिलाओं की सुनवाई के लिए शहर के हर थाने में महिला हेल्प डेस्क खोला गया है। जिसके चलते पीडि़त महिलाएं आसानी से अपनी शिकायत कह सकती हैं। इससे पूर्व महिलाओं के लिए जिले में महिला थाने में ही शिकायत करने और अपनी बात खुलकर कहने का प्रस्ताव था, लेकिन प्रत्येक थाने में महिला हेल्प डेस्क पर महिला कांस्टेबल की तैनाती की गई है। वर्जनपुलिस की छवि को और बेहतर करने के लिए फरियादियों के साथ अच्छे व्यवहार की पहल से पब्लिक और पुलिस के बीच के गैप को कम किया जा सकेगा। समय-समय पर थानों में इसका रियलटी चेक भी किया जाता है, जिसमें बुनियादी व्यवस्थाओं पर भी ध्यान दिया जाता है।
रोहन पी बोत्रे, एसपी सिटी