ठेकेदार बच्चा यादव की हत्या में नामजद आरोपित राजेश यादव गिरफ्तार हत्या में प्रयुक्त पिस्टल समेत तीन असलहे बरामददूसरे आरोपित महेंद्र की तलाश में ताबड़तोड़ दबिश जारी परिजनों को उठाया ठेका बी ग्रेड के कांट्रैक्टर दोस्त महेन्द्र को मिला था. सवा करोड़ रुपये का काम था. उसने सी ग्रेड के कांट्रैक्टर दोस्तों को ऑफर दिया कि वे काम करवाएं और बचत में सबको शेयर दिया जाएगा. बच्चा ने दोस्ती के खातिर आगे बढ़कर काम किया. उसने अपने पास से पैसा लगाकर काम पूरा करा दिया. बच्चा ने दोस्ती को प्रायोरिटी पर रखा तो दोस्तों की नीयत डोल गयी. इसी पैसे को लेकर दोस्ती में दरार पड़ गयी और अंजाम पैसा लगाने वाले दोस्त को जान गंवाकर चुकाना पड़ गया. गुरुवार की रात तक जो फैक्ट सामने आये थे उसके मुताबिक कांट्रैक्टर बच्चा यादव की हत्या इसी के चलते हुई थी. यह स्टोरी पुलिस तक बच्चा की हत्या के मामले में गिरफ्तार राजेश यादव के जरिए पहुंची है.

प्रयागराज (ब्यूरो)। राजेश ने पुलिस को बताया कि टेंडर मुख्य आरोपित महेंद्र यादव के नाम एलाट हुआ था क्योंकि काम एक करोड़ से ऊपर का था। यह काम नगर निगम की तरफ से एलॉट बी ग्रेड के कांट्रैक्टर को ही मिल सकता था। यह टेंडर आरटीओ कार्यालय के पास और कैंट एरिया के गंगा नगर कॉलोनी कराया जाना था। महेन्द्र के पास काम आ गया तो उसने बच्चा को ऑफर दिया कि वह पैसा लगाकर काम करवाये। इसके बदले में उसे कमीशन दिया जाएगा। काम लगभग पूरा हो चुका था। पैसा भी काफी फंस चुका था तो बच्चा ने पैसे के लिए प्रेशर बनाना शुरू कर दिया था। बुधवार की रात हत्या से पहले भी यही मुद्दा उठा तो बात फायरिंग तक जा पहुंची।

एक फॅर्म में तीना पार्टनर भी रहे
अतरसुइया थाना क्षेत्र के बाबाजी का बाग निवासी वीरेंद्र उर्फ बच्चा यादव (40) मालवीय नगर में रहता था। उसकी दोस्ती चांदपुर सलोरी के महेंद्र यादव और अशोक नगर के राजेश यादव से थी। तीनों ने एक फर्म बना रखी थी और एक साथ नगर निगम में ठेकेदारी करते थे। इसके अलावा उन्होंने इस फर्म के जरिए प्रापर्टी के बिजनेस में भी हाथ डालना शुरू कर दिया था। तीनो लगभग रोड मेडिकल कालेज के समीप स्थित मेडिकल शाप पर बैठते थे लेकिन कभी इस बात का दुकानदार को एहसास भी नहीं होने दिया कि कोई मनमुटाव चल रहा है। करीब तीन साल से यह सिलसिला चल रहा था तो परिवार के लोगों को भी कभी पता नहीं चला कि तीनो के बीच चल क्या रहा है। अचानक मामला एक साथ आठ गोलियां बच्चा के शरीर में उतार देने से पुलिस भी सकते में है। कयास लगाया जा रहा है कि महेन्द्र किसी भी कीमत पर बच्चा को जिंदा नहीं देखना चाहता था तभी उसने ताबड़तोड़ फायरिंग की। बता दें कि इस मामले में दर्ज करायी गयी रिपोर्ट में महेंद्र और राजेश यादव को नामजद किया गया था।
राजेश यादव को अशोक नगर से गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से हत्या में प्रयुक्त उसकी लाइसेंसी पिस्टल बरामद की गई। उसके यहां से दो और असलहे बंदूक व राइफल भी पुलिस ने बरामद की। इसका भी लाइसेंस राजेश के पास है। थाने लाकर उससे पूछताछ की गई।
सीओ कर्नलगंज अजीत सिंह चौहान

बॉडी रखकर किया रास्ताजाम
पोस्टमार्टम के बाद शाम को स्वजन बच्चा का बॉडी लेकर बलुआघाट चौराहे के पास पहुंचे। यहां बॉडी को सड़क पर रखकर रास्ताजाम कर दिया गया। मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों ने समझाने की कोशिश की तो मृतक के स्वजनों को मुआवजा, सरकारी नौकरी और सुरक्षा देने की मांग की गई। जिस पर अधिकारियों ने हर संभव मदद का आश्वासन देकर करीब आधे घंटे बाद रास्ताजाम समाप्त करवाया।
छह गोली मारी गई थी
वीडियोग्राफी के बीच डाक्टरों ने गुरुवार अपराह्न च्च्चा के शव का पोस्टमार्टम किया। इसमें दो गोली सीने और एक पेट में फंसी मिली, जबकि सिर में मारी गई तीन गोली आरपार हो गई थी। डाक्टरों के मुताबिक सिर में मारी गई गोली करीब से मारी गई थी।

Posted By: Inextlive