कुल 629 लोगों ने दी कोरोना को मात, अस्पतालों में बेड नहीं

सरकारी अस्पतालों में डाक्टर पेशेंट से कर रहे रेमडेसिविर इंजेक्शन की डिमांड

बुधवार को थोड़ी राहत देने के बाद संक्रमण ने गुरुवार को फिर रफ्तार पकड़ ली। गुरुवार को पाजिटिव मरीजों की संख्या 2324 पहुंच गई। कोरोना संक्रमण एक दर्जन मरीजों को जान से हाथ धोना पड़ गया। उधर स्वस्थ होने वालों की संख्या 629 पर ही अटक गयी। नतीजा सरकारी के साथ प्राइवेट हॉस्पिटल्स पर जबर्दस्त प्रेशर आ गया है। अस्पतालों में बेड के लिए जबर्दस्त मारामारी की स्थिति है। अस्पताल पेशेंट को भर्ती करने से साफ इंकार कर दे रहे हैं। उधर, कोरोना से लड़ने में मदद करने वाली दवाओं का भी अकाल हो गया है। सरकारी अस्पतालों में भी पेशेंट्स से ही रेमडेसिविर अरेंज करने को कहा जा रहा है।

दस हजार से अधिक की जांच

इस बीच चौबीस घंटे में कुल 10960 जांच की गई। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि अधिक से अधिक जांच के जरिए संक्रमितों का पता लगाया जा रहा है। एक राहत यह रहा कि डिस्चार्ज होने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। गुरुवार को कुल 629 मरीज डिस्चार्ज किए गए जिसमें से 83 हॉस्पिटल से 546 होम आइसोलेशन से स्वास्थ्य होकर डिस्चार्ज हुए।

मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल भी संक्रमित

एमएलएन मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो। एसपी सिंह भी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। गुरुवार सुबह उनकी जांच भी पाजिटिव पाई गई है। वह अपने घर पर आइसोलेट हो गए हैं। उन्होंने शाम को बताया कि उनको गले में चुभन और बदन दर्द की शिकायत थी इस आधार पर उन्होंने जांच करायी थी। इसके अलावा पीडब्ल्यूडी के जेई, लोक सेवा आयोग के रिव्यू आफिसर, हायर एजूकेशन डिपार्टमेंट के चेयरमैन, एनसीआर रेलवे के चीफ लॉ आफिसर, यूपी बोर्ड के लेक्चरर, इलाहाबाद हाईकोर्ट के सात एडवोकेट कोरोना संक्रमित पाये गये हैं। कोरोना संक्रमित होने के बाद इलाहाबाद हाई कोर्ट के 30 पेशेंट दम तोड़ चुके हैं।

Posted By: Inextlive