-बदलते मौसम में बार-बार कम होती है बॉडी रोग प्रतिरोधक क्षमता

-कुछ लक्षण बताते हैं कि कमजोर है बॉडी इम्युनिटी

बदलते मौसम में बार-बार कम होती है बॉडी रोग प्रतिरोधक क्षमता

-कुछ लक्षण बताते हैं कि कमजोर है बॉडी इम्युनिटी

PRAYAGRAJ:PRAYAGRAJ: कोरोना काल में खुद को फिट रखना बेहद जरूरी है। अगर इम्युनिटी मजबूत है तो आसानी से इस बीमारी से निजात पाई जा सकती है। कई बार तो पता ही नहीं चलता कि बॉडी पर वायरस का हमला भी हुआ है। लेकिन इस सीजन में इम्युनिटी सिस्टम बार-बार वीक होता है। इसकी जानकारी हमें नहीं हो पाती। इसलिए लक्षणों पर ध्यान देना बेहद जरूरी है। जिससे हम रोग से लड़ने के लिए तैयार हो जाते हैं।

ऐसे जानिए कमजोर है इम्यूनिटी

बार-बार बीमार पड़ना

डॉक्टर्स कहते हैं कि अगर बार-बार बीमारी आपका रास्ता रोक रही है तो होशियार हो जाइए। भले ही वह नॉर्मल सर्दी-जुकाम ही क्यों न हो। लेकिन इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। इसलिए भोजन में ऐसी चीजों का सेवन करें कि बॉडी का इम्युनिटी सिस्टम स्ट्रांग हो जाए।

एलर्जी होना

कुछ लोग एलर्जी से परेशान होते हैं। उनका लगता है कि तेल, मसाले, साबुन, क्रीम या किसी अन्य चीज से उन्हें एलर्जी हो रही है। अगर एलर्जी का मामला बढ़ रहा है तो यह भी इम्यूनिटी कमजोर होने का संकेत है।

थकान और सुस्ती

थोड़ी सी मेहनत के बाद थकान महसूस होना भी इम्यूनिटी कमजोर होने का लक्षण है। बिना कुछ काम किए भी थकान होने लगती है। यह अच्छा संकेत नहीं है। इसलिए बॉडी को फिट रखना चाहिए।

देर से घाव भरना

शरीर में चोट लगी है और घाव देरी से भर रहे हैं। यह भी चिंता का विषय हो सकता है। इससे पता चलता है कि बॉडी के भीतर कुछ गड़बड़ चल रहा है। ऐसे में डॉक्टर से तत्काल एडवाइस लेनी चाहिए।

पेट की समस्या

जिन लोगों को लगातार पेट संबंधी प्रॉब्लम बनी रहती है उनकी इम्युनिटी भी कमजोर का संकेत मिलता है। कब्ज, गैस, पेट दर्द, पेट का फूलना आदि जैसे लक्षण भी इम्युनिटी कमजोर होने की ओर इशारा करते हैं।

इनमें मजबूत होगी इम्युनिटी

तुलसी और करी पत्ता: इनमें एंटी ऑक्सीडेंट की मात्रा अधिक होती है।

धूप: रोजाना थोड़ी देर धूप में बैठने से सूर्य की किरणें विटामिन डी को बढ़ाती हैं।

संतरा और नींबू: इनमें विटामिन सी प्रचुर मात्रा में होता है। जिससे इम्युनिटी तेजी से बढ़ती है।

लहसुन: भरपूर मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट मौजूद होता है। यह किसी भी संक्रमण से बचने में मददगार होता है।

बादाम: रोजाना आठ से दस दाने भिगोकर खाने से बॉडी की इम्युनिटी बूस्ट होती है।

व्यायाम: अनुलोम विलोम और कपालभाति जैसे योगासन फेफड़े को मजबूती प्रदान करते हैं। इससे सर्दी, खांसी और सांस की बीमारियां दूर होती हैं। रोजाना वॉकिंग भी जरूरी है।

इसलिए पड़ जाते हैं बीमार

-इस सीजन में कभी बारिश और कभी तेज धूप के चलते उमस भी बढ़ती है।

-ऐसे में शरीर से पसीने के रूप मे नमक और तमाम जरूरी पोषक तत्व निकल जाते हैं।

-इससे बॉडी इम्युनिटी कमजोर पड़ने लगती है।

-लोग इसे समझ नहीं पाते हैं। इतना ही नहीं। धूप में आने के बाद तत्काल एसी में जाना या फ्रिज का पानी पीना भी बीमारी का कारण बनता है।

इन बातों का रखिए ध्यान

-बॉडी का तापमान स्थिर रखने की कोशिश करें।

-धूप में सिर को कपड़े से ढंककर निकलें।

-धूप से आने के बाद तत्काल ठंडा पानी मत पिएं।

-रात में एसी में सोने से बचें। कोशिश करें कि पंखा चलाकर सोएं।

-पसीना अधिक निकलने पर नमक और पानी का घोल लेते रहें।

इसलिए बढ़ रहे हैं मरीज

ठंड और गर्मी के मुकाबले इस सीजन में इसीलिए संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है। उमस में बॉडी की प्रतिरोधक क्षमता कम होने से कोरोना वायरस आसानी से हमला कर रहा है। इससे बॉडी को उसे रोकने में देर लगती है और तब तक मरीज संक्रमित होने लगता है। इस सीजन में कांटेक्ट केसेज में भी काफी इजाफा हुआ है।

शरीर को मजबूत रखना बेहद जरूरी है। अगर इम्युनिटी मजबूत है तो आसानी से किसी भी संक्रमण से निजात मिल जाती है। लोगों को बिना दवा खाए बीमारी से मुक्ति मिल जाती है।

-डॉ। डीके मिश्रा, फिजीशियन, नैनी

Posted By: Inextlive