वार्ता करने पहुंचे कर्मचारी संघ के नेताओं को मिली घुड़की

नाराज कर्मचारी नेताओं ने दी उग्र आन्दोलन की धमकी

ALLAHABAD: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर आरएल हांगलू अपने रवैये को लेकर फिर सुर्खियों में हैं। अबकी बार हांगलू की तकरार किसी शिक्षक, नेता या छात्रनेता से न होकर सीधे कर्मचारियों के प्रतिनिधी नेताओं से हुई है। वीसी पर कर्मचारी संघ के नेताओं से दबंगई से पेश आने का आरोप लगा है। अभद्रता से नाराज कर्मचारियों ने इविवि कैम्पस में उग्र आन्दोलन की धमकी दे डाली है और संयुक्त परिषद के गठन का ऐलान कर डाला है।

बोले मैं यूनियन को नहीं मानता

जानकारी के मुताबिक इविवि में तृतीय श्रेणी कर्मचारी यूनियन मिनिस्टीरियल एंड टेक्निकल स्टॉफ यूनियन तथा चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी यूनियन वर्कर्स यूनियन अपनी लंबित मांगों को पूर्ण कराने के लिये लम्बे समय से प्रयासरत है। इसी क्रम में दोनो यूनियन के पदाधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल फ्राइडे को वीसी प्रो। आरएल हांगलू से मिलने पहुंचा था। इस दौरान विभिन्न मुद्दों को लेकर बातचीत का सिलसिला शुरु हुआ तो वीसी अचानक से तेवर में आ गये। आरोप है कि उन्होंने कर्मचारियों की कई मांगों को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी कर डाली। मौके पर उपस्थित यूनियन के पदाधिकारियों ने इसका विरोध किया तो वीसी ने कह दिया कि वे यूनियन को नहीं मानते।

सेक्शन ऑफिसर का भी उठा मुद्दा

आरोप है कि वीसी यही पर नहीं रुके, कर्मचारी नेताओं ने आर्डिनेंस का हवाला दिया तो उन्होंने यहां तक कह डाला कि वे आर्डिनेंस को भी नहीं मानते। इस पर मिनिस्टीरियल यूनियन के अध्यक्ष डॉ। संतोष सहाय ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो वीसी निलंबन की धमकी देकर चले गये। बातचीत के दौरान एक असिस्टेंट रजिस्ट्रार को इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश के बाद वापस मूल पद पर भेजे जाने की बजाय सेक्शन ऑफिसर का पद देकर उपकृत किये जाने को लेकर भी गर्मागर्म बहस हुई। वीसी के रवैये से नाराज पदाधिकारियों ने अपनी मांगों पर संघर्ष के लिये संयुक्त परिषद के गठन का एलान किया है। इसके लिये बुधवार को बैठक बुलाई गई है। जिसमें आन्दोलन की रणनीति तय की जायेगी। बातचीत में महामंत्री हरे कृष्ण द्विवेदी, उपाध्यक्ष राजेन्द्र सिंह यादव, चतुर्थ श्रेणी यूनियन के अध्यक्ष छोटे लाल मौर्य व अन्य नेता शामिल थे। इस बावत रजिस्ट्रार प्रोफेसर एनके शुक्ला से बात करने की कोशिश की गई तो वे वीसी का पक्ष रखने के लिये फोन पर उपलब्द्ध नहीं हुये।

हम वार्ता के लिए पहुंचे तो वीसी प्रो। आरएल हांगलू ने बदतमीजी की। उन्होंने सस्पेंशन तक की धमकी दी। यह उनके पद की गरिमा के विपरीत है। दोनो कर्मचारी संघ कर्मचारी हितों को लेकर किसी घुड़की से नहीं डरने वाले। हम इसके लिये संघर्ष करेंगे।

डॉ। संतोष सहाय, प्रेसिडेंट मिनिस्टीरियल एंड टेक्निकल स्टॉफ यूनियन

Posted By: Inextlive