फाफामऊ गोहरी के मोहनगंज फुलवरिया गांव में बेटी पत्नी व बेटे संग मारे गए फूलचंद के परिवार की आरोपितों से अदावत दो साल पुरानी है. मौत के घाट उतारे गए फूलचंद व उनके चार भाइयों की मोहल्ले से हटकर करीब चार बिस्वा जमीन है. इसी जमीन को लेकर शुरू हुआ विवाद थाने और अदालत तक जा पहुंचा. एक केस में सोरांव पुलिस द्वारा चार्जशीट दाखिल कर दी गई है. हालांकि फूलचंद का परिवार इन मामलों में पुलिस पर कोई सख्त कार्रवाई न करने का भी आरोप लगा रहा है. आरोपितों द्वारा भी मामले में क्रास एफआईआर दर्ज करवाई गई.

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। मारे गए फूलचंद्र के छोटे भाई की पत्नी पूजा की माने तो सात सितंबर 2019 में सास रामपती की तरफ से मुकदमा दर्ज कराया गया था। इस मुकदमे में गोहरी मोहनगंज निवासी कान्हा ठाकुर, कमलेश ठाकुर, रवि ठाकुर व राम गोपाल और अशोक ठाकुर पुत्र कुलदीप ठाकुर एवं अशोक ठाकुर पुत्र मान सिंह नामजद किए गए थे। आरोप थे कि खेत में बोई गई उर्द को आरोपित मवेशियों से चरा रहे थे। तहरीर में बताया कि मना करने में आरोपित उसके बेटे लालचंद मारते पीटते हुए धमकी दे रहे थे। जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए जान से मारने की धमकी देते हुए लाठी डंडा व कट्टे की बट से भी मारे। यह भी तोहमत लगाई कि जान से मारने की नीयत से घर पर भी चढ़ आए थे। तहरीर के आधार पर सोरांव पुलिस द्वारा एसटीएसटी समेत अन्य धाराओं में आरोपितों पर केस दर्ज किया। सूत्र कहते हैं कि विवेचना बाद इस केस में पुलिस द्वारा आरोप साबित करते हुए चार्जशीट लगा दी गई थी।

इसलिए पुलिस पर लापरवाही का आरोप
दूसरा मुकदमा मृतक के भाई लालचंद की पत्नी रीना देवी के द्वारा 29 सितंबर 2021 को फाफामऊ में लिखाया गया। रीना ने भी गोहरी मोहनगंज निवासी पांच लोग आकाश, अभय, रवि, मनीष व कमलेश को नामजद किया था। आरोप थे कि जमीन के पुराने विवाद को लेकर पांचों आरोपितों द्वारा उसे व उसके पति को जाति सूचक गालियां देते हुए घर पर चढ़कर पिटाई किए। उनके हमले से उसका सिर फट गया। गुहार सुनकर पड़ोस के लोग दौड़े तो आरोपित जान से मारने की धमकी देते हुए भाग निकले। इस तरह रीना की तहरीर आरोपितों के खिलाफ फाफामऊ पुलिस भी एससीएसटी व मारपीट, धमकी समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज किया। पूजा उर्फ राधा के मुताबिक एक मुकदमा सितंबर 2020 मौत के घाट उतारी गई जेठानी मीनू ने भी दर्ज कराया था। जिसमें तीन लोगों पर मारपीट व गाली गलौज के आरोप थे। कहना है कि आरोपित उनके पूरे परिवार जुल्म ढाते रहे और पुलिस तहरीर पर मुकदमा लिखती रही। आरोप हैं कि इन दर्ज मुकदमों में आरोपितों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। उसने बताया कि आरोपितों की गिरफ्तारी आज तक नहीं की गई। पुलिस की इसी लापरवाही से मनबढ़ आरोपितों द्वारा जेठ यानी फूलचंद्र व उसके परिवार को मौत के घाट उतारा गया। इस तरह फूलचंद व उसकी बेटी, पत्नी और बेटे की हत्या में लिखाया गया यह मुकदमा चौथा है। इसमें कुल 11 लोग नामजद किए गए हैं।

पीडि़त के विरुद्ध ही क्रास केस
इस विवाद में एक मुकदमा क्रास भी हुआ है। यह रिपोर्ट सितंबर 2021 में आरोपितों की तरफ से दर्ज कराई गई। जिसमें पूजा उर्फ राधा देवी सहित उसके परिवार के कई लोगों के नाम शामिल किए गए। पूजा ने कहा कि इस मुकदमें उसे जमानत भी करवाना पड़ा था। कहना है कि एक तो आरोपित मेरे परिवार को परेशान कर रहे थे। ऊपर से पुलिस द्वारा आरोपितों की तहरीर पर हम लोगों के खिलाफ ही मुकदमा दर्ज कर लिया गया।

मारे गए परिवार के अन्य लोगों की तरफ से टोटल दो मुकदमे पहले दर्ज कराए गए थे। एक परिवार की हत्या के बाद लिखा गया। इस तरह कुल तीन मुकदमे ही हैं। 2019 के केस में चार्जशीट लगाई गई है। शेष में क्या हुआ छानबीन की जा रही है। क्रास केस के मामले पर भी चीजें पता की जा रही हैं।
सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी, डीआईजी/एसएसपी

Posted By: Inextlive