Contractor को सरेआम ठोंक दिया
एक दूसरे को देखने की कोशिश
कोतवाली ठठेरी बाजार के रहने वाले चंदन सिंह नगर निगम में कांट्रेक्टर थें। चंदन सिंह का ठेकेदारी को लेकर कुछ लोगों से विवाद चल रहा था। ट्यूजडे को किसी बात को लेकर शिवकुटी के रहने वाले गुलाम और हनीफ के साथ विवाद हुआ था। शाम को करीब छह बजे सिविल लाइंस में रॉयल होटल के पास स्थित एक चाय की दुकान पर चंदन सिंह पहुंचा था। चाय की दुकान पर चंदन ने चाय का आर्डर दिया। चाय बनाने वाली महिला ने कहा कि अभी थोड़ा टाइम लगेगा। इस दौरान चंदन सिंह से मिलने गुलाम और हनीफ भी पहुंच गए। तीनों आपस में किसी बात को लेकर बतकुच्चन करने लगे। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो हॉट टॉक के साथ वे एक दूसरे को गाली देने लगे। बाइक से भाग निकले हमलावरपुलिस की मानें तो गुलाम सिंह ने हॉट टॉक के बाद पिस्टल निकाली और चंदन सिंह के सीने में गोली उतार दी। गोली की आवाज सुनते ही वहां हड़कंप मच गया। गोली मारने के बाद हमलावार बाइक निकाले और वहां से निकल गए। प्रत्यक्षदर्शियों ने आई नेक्स्ट रिपोर्टर को बताया कि गोली लगने से चंदन सिंह वहीं बेंच पर गिर पड़ा। गोली लगने से अत्याधिक ब्लीडिंग हो रही थी।
साथी ने पहुंचाया हॉस्पिटलरोड के उस पार चंदन सिंह के जानने वाले एक व्यक्ति खड़े थे। नाम न पब्लिश्ड करने पर उन्होंने आई नेक्स्ट रिपोर्टर को बताया कि जिस वक्त दोनों पक्षों में हॉट टॉक हो रहा था, वह सामने खड़े थे। लेकिन, उन्हें इस बात का अंदाजा नहीं था कि मामला इतना सीरियस है। क्योंकि, आए दिन वे साथ में बैठकर चाय पीते थे। गोली लगने के बाद उन्होंने अपने एक और साथी को बुलाया और बाइक पर बैठाकर चंदन सिंह को स्वरूपरानी हॉस्पिटल पहुंचे।
जांच के लिए पहुंचे एसपी सिटीघटना की जानकारी मिलते ही सिविल लाइंस पुलिस स्पॉट पर पहुंच गई। जांच के लिए एसपी सिटी शैलेष यादव भी पहुंच गए। पुलिस को स्पॉट पर पिस्टल की बुलेट मिली है। जिसे जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेज दिया गया। एसपी सिटी ने गुलाम और हनीफ की तलाश के लिए तत्काल एसओ शिवकुटी को उनके घर दबिश के लिए लगा दिया। नेम्ड आरोपी होने के कारण पुलिस उनके जानने वालों की तलाश में जुट गई. मदद करने वाले की ही स्कूटर उठा ले गएघटना के बाद स्पॉट पर पहुंची पुलिस को एक स्कूटर लावारिश अवस्था में मिला तो वह रिक्शे से थाने लेती गई। स्थानीय लोगों से पूछताछ में पता चला कि स्कूटर उसी व्यक्ति की थी जिसने चंदन को हॉस्पिटल पहुंचाया था। दरअसल गोली लगने के बाद चंदन बेहोशी की हालत में था। उसे पकड़कर बैठने वाला एक व्यक्ति चाहिए था। इस पर मददगार ने फोन करके अपने साथी को बुलाया और उसी के साथ बाइक से हॉस्पिटल चले गए। इस चक्कर में उनकी स्कूटर स्पॉट पर ही रह गई। जिसे पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया।