Allahabad:मौका है अभी भी संभल जाए. जरा अपने एटीएम कार्ड को संभाल कर यूज करें. शहर के किसी भी एरिया में आप एटीएम यूज कर रहे हों अगर साइबर क्रिमिनल्स की नजर पड़ गई तो आपका एटीएम नंबर और पिन नंबर चोरी करके आपका बैंक एकाउंट पल भर में खाली कर देंगे. क्राइम ब्रांच की साइबर सेल ने ट्यूजडे को ऐसे ही दो साइबर बदमाशों को पकड़ा जिन्होंने कई लोगों के बैंक एकाउंट को खाली कर दिया था. इस दौरान पुलिस ने उस व्यक्ति को भी जेल भेज दिया जो फर्जी तरीके से रिचार्ज कर रहा था.


कर्नलगंज में था FIRसाइबर सेल प्रभारी ज्ञानेन्द्र राय ने बताया कि लोक सेवा आयोग के रिव्यू ऑफिसर कमल कृष्ण मिश्रा का जुलाई महीने से साइबर क्रिमिनल्स ने 53,000 रुपए का चूना लगाया था। कुछ इसी तरह पुलिस कांस्टेबल मीरा कुमार के बैंक एकाउंट से बदमाशों ने 35 हजार रुपए उड़ा दिए थे। कर्नलगंज पुलिस स्टेशन में दोनों मामलों में एफआईआर दर्ज थी। पुलिस जांच में जुटी थी। बैंक स्टेटमेंट से पता चला था कि बैंक से सीधे विभिन्न मोबाइल कंपनियों के रिचार्ज किए गए हैं। इसके साथ ही डीटीएच और आईआरसीटीसी से रेलवे के टिकट बनाए गए हैं. 
 MBA  है mastermind  पुलिस की मानें तो इस केस की जांच के बाद पुलिस ने उस व्यक्ति को पकड़ा जो बार-बार मोबाइल रिचार्ज कर रहा था। सर्विलांस की मदद से पुलिस बदमाशों की तलाश में जुट गई थी। इस दौरान पुलिस ने धनंजय पाण्डेय को पकड़ा जो कि देवरिया डिस्ट्रिक्ट का रहने वाला है। वह अपने छोटे भाई घनश्याम पांडेय उर्फ पिंटू उर्फ विनय के साथ छोटा बघाड़ा में रेंट पर रूम लेकर स्टडी कर रहा था। धनंजय ने पुलिस को बताया कि वह बीएड करने के बाद एमबीए कर चुका है। दोनों भाई जॉब के लिए तैयारी कर रहे थे.  वहीं पुराना अंदाज पुलिस ने बताया कि पकड़े गए दोनों भाइयों ने खुलासा कि वे एटीएम में जाकर पीछे से किसी के एटीएम कार्ड नंबर और पिन नंबर ट्रेस कर लेते थे। फिर फेक आईडी की मदद से इंटरनेट से शॉपिंग करते थे। अब उन्होंने मोबाइल रिचार्ज करने का काम शुरू कर दिया था। इस धंधे में उन्होंने लल्ला चुंगी पर रहने वाले एक मोबाइल शॉपकीपर संजीव गुप्ता से दोस्ती कर ली थी। करीब एक साल में उन्होंने दो लाख रुपए तक का मोबाइल रिचार्ज किया था। ऐसे में पुलिस ने इस बार शॉपकीपर संजीव को भी दोनों बदमाशों के साथ अरेस्ट कर जेल भेज दिया.  

Posted By: Inextlive