-कचहरी गेट पर पार्किंग को लेकर वकील से हुई थी नोक-झोंक

-नैनी के जीशान अहमद ने सटाई अधिवक्ता को पिस्टल

-वकीलों ने आरोपी को पीटा, गाड़ी को किया आग के हवाले

ALLAHABAD: सुबह के क्क् बज रहे थे। अधिवक्ता अनिल कुमार अपने सहयोगी पंकज सिंह के साथ कोर्ट की ओर जा रहे थे। इसी दौरान गेट पर नैनी का रहने वाला जीशान कार से वहां पहुंच गया। गेट के पास ही उसने कार पार्क करने की कोशिश की तो अधिवक्ता ने एतराज जताया और उसे आगे बढ़ा लेने के लिए कहा। यह छोटी सी बात देखते ही देखते बतंगड़ बन गई। बतकुच्चन होने लगी। कार में बैठे नैनी के जीशान के साथी लाइसेंसी असलहों से लैस थे। नतीजा दोनों में देख लेने की बात होने लगी।

पिस्टल से गोली मारने का आरोप

अनिल कुमार ने आई नेक्स्ट रिपोर्टर को बताया कि पंकज के साथ जीशान व उसके साथी बदसलूकी पर उतर आए थे। विरोध करने पर उन्होंने पिस्टल निकाल ली। यह देखकर उन्होंने जीशान का हाथ पकड़ लिया और फायर हवा में हो गया। कैंपस के बाहर गोली चलने की आवाज से हड़कंप मच गया। वकील कैंपस के बाहर आ गए। तब तक अनिल और जीशान ग्रुप में हाथपाई शुरू हो चुकी थी। अनिल के हाथ में चोट लग गई और ब्लड आने लगा।

खून देखकर चढ़ा वकीलों का पारा

मौके पर जुटे एडवाकेट्स की भीड़ ने अनिल के हाथ से खून बहता देखा तो आपा खो बैठे। उनका पारा गरम देखकर जीशान के साथी भाग निकले। लेकिन, जीशान फंस गया। वकीलों ने उसके हाथ से असलहा छीन लिया और पीटना शुरू कर दिया। आरोप है कि जीशान कमर में पूरी कारतूस की बेल्ट लगाया था। यह देखकर उनका गुस्सा और बढ़ गया और उन्होंने जमकर पीटा।

जीशान को ले गई पुलिस

इसकी सूचना मिलने पर कर्नलगंज इंस्पेक्टर पहुंचे और वकीलों को समझाया और जान बचाने के लिए जीशान को कस्टडी में ले लिया। इसके बाद पुलिस उसे लेकर कहां गई, देर शाम तक इसका पता नहीं चल सका। इसके बाद भी वकीलों का गुस्सा कम नहीं हुआ था। उन्होंने जीशान की कार पर अपना गुस्सा उतारा। तोड़फोड़ करने के बाद उसे आग के हवाले कर दिया। पुलिस को पता था कि यहां पर बवाल हो सकता है। लेकिन, जब तक पुलिस एलर्ट होती, कार में आग लग चुकी थी। उसके बाद एसपी सिटी ने शहर की पुलिस को एलर्ट किया और वहां पर बुला लिया।

चारों तरफ से बैरिकेटिंग

एडवोकेट कैंपस के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। यह देखकर पुलिस आफिसर ने चारों तरफ से बैरिकेटिंग कर दी। एसएसपी आफिस की तरफ से एक साइड नो इंट्री कर दी गई। पुलिस क्लब की ओर से गाडि़यों को आगे बढ़ने से रोक दिया गया। शहर के कई थानों से फोर्स को बुला ली गई।

फायर ब्रिगेड को भी रोक दिया

इस वक्त तक सैकड़ों अधिवक्ता स्पॉट पर जुट चुके थे। वे माफियाओं के खिलाफ प्रोटेस्ट कर रहे थे। एसपी फोर्स के साथ एक साइड में लगे थे। वह सीनियर एडवोकेट से बातचीत करना चाहते थे। पुलिस ने जलती कार को बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड को बुलाया। लेकिन, वकीलों ने आग बुझाने नहीं दिया और फायर बिग्रेड की गाड़ी का बैक फुट पर ला दिया। सिविल लाइंस पुलिस उसे चाह कर भी कार तक नहीं पहुंचा पाई। करीब डेढ घंटे के बाद फायर ब्रिगेड की गाड़ी वहां पहुंची। तब तक कार पूरी तरह से जल चुकी थी। फायर ब्रिगेड आग बुझाने में जुट गई। इसके बाद पुलिस ने चैन की सांस ली। तब तक वकीलों का गुस्सा भी शंात हो चुका था।

दो के खिलाफ दर्ज हुई रिपोर्ट

कर्नलगंज पुलिस ने घायल अधिवक्ता का मेडिकल कराया, फिर उनसे तहरीर लेकर रिपोर्ट दर्ज की। एडवोकेट ने नैनी के रहने वाले जीशान और खरकौनी के धू्रव सिंह भारतीय व एक अज्ञात के खिलाफ जानलेवा हमले व लूट का मामला दर्ज कराया। तहरीर के अनुसार हमलावरों ने उनके गले से सोने की चेन भी छीन ली। कर्नलगंज पुलिस रिपोर्ट दर्ज कर जांच में जुटी है।

तलाश करते पहुंच गए थाने

वकील जीशान को खुद सजा देना चाहते थे। इसके लिए वे खुद कर्नलगंज थाने पहुंच गए। घंटो इंतजार किया कि पुलिस उसे लेकर थाने आए। लेकिन, घटनाक्रम झेल चुकी पुलिस कोई रिस्क लेने के मूड में नहीं थी। देर रात तक पुलिस उसे लेकर थाने नहीं पहुंची।

कौन है जीशान अहमद

जीशान अहमद नैनी का रहने वाला है। पुलिस विभाग में चर्चा है कि वह नैनी के हिस्ट्रीशीटर पप्पू के साथी है। जीशान के पास से मिले दो लाइसेंसी असहले को लेकर यह चर्चा रहा कि वह भी माफिया है। नैनी थाने का अपराधी है। हालांकि, पुलिस ने साफ कर दिया कि जीशान के अपराधी होने की कोई जानकारी नहीं है। नैनी पुलिस से इसके बारे में पूछा गया है।

सरासर गुंडई है। मुझे और मेरे जूनियर को मारने की कोशिश की गई। नैनी के गुंडे ने आकर यहां पर फायरिंग की। मुझे सिक्योरिटी चाहिए। सिक्योरिटी नहीं मिली तो माफिया मुझे मार देंगे।

-अनिल कुमार

पीडि़त एडवोकेट

पुलिस बदमाशों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करे। एडवोकेट को सुरक्षा प्रदान की जाए। उन्हें लाइसेंसी गन दिया जाए।

विजय द्विवेदी

एडवोकेट युवा लीडर

पुलिस ने आरोपी को दबोच लिया है। उसके पास से पिस्टल और बंदूक मिली है। उसके साथी की तलाश की जा रही है। पुलिस रिपेार्ट के आधार पर कार्रवाई कर रही है।

दीपक कुमार

एसएसपी

पार्किंग एक बड़ी प्राब्लम

हाईकोर्ट की तरह कचहरी में पार्किंग बड़ी समस्या है। यहां गाडि़यां पार्क करने का कोई इंतजाम नहीं है। कैंपस में एक स्थान पर जजेज और एडवोकेट की गाडि़यां खड़ी होती हैं। हाईकोर्ट की तरह यहां भी एडवोकेट्स ने कटरा रोड पर चारों तरफ से बैरिकेटिंग करके बाइकें खड़ी करनी शुरू कर दी। पार्किंग न होने से गाडि़यां इधर उधर खड़ी की जाती हैं। एडवोकेट काफी समय से पार्किंग की मांग कर रहे हैं। लेकिन, प्रशासन की ओर से पार्किंग का कोई इंतजाम नहीं किया गया है। नतीजा सबके सामने हैं।

Posted By: Inextlive