दारागंज साइड होकर गंगा के बहाव से माघ मेला झूंसी साइड खिसक गया है. तैयारी में जुटे अफसर मेला को झूंसी साइड बसाने का में जुट गए हैं. पूरे क्षेत्र की सुरक्षा में करीब ढाई हजार जवान लगाए जाएंगे. जवानों के आने से पूर्व पुलिस को तैयार किया जाना है. पुलिस लाइंस का स्ट्रक्चर करीब करीब खड़ा हो गया है. इस स्ट्रक्चर के ऊपर छप्पर बनाने का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है. मेला ड्यूटी के लिए कुल तीन चरणों में पुलिस के जवान यहां आमद करवाएंगे. दस दिसंबर से मेला ड्यूटी के लिए फोर्स की पहली खेल यहां आमद कराएगी. आते ही उन्हें ट्रेनिंग देकर मेला क्षेत्र में उतार दिया जाएगा. काली सड़क की ओर पांटून पुल का निर्माण गति पर है. वर्कर बताते हैं कि यहां कटान तेज है इससे दिक्कतें आ रही हैं.

2500 पुलिस जवान करेंगे मेला क्षेत्र की सुरक्षा
10 दिसंबर को आएगी 20 प्रतिशत फोर्स
80 फीसदी फोर्स 20 से 25 दिसंबर के बीच आएगी

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। गंगा के बहाव को देखते हुए पूरा मेला झूंसी साइड बसाने की तैयारी है। नागवासुकी के आगे गंगा दारागंज साइड होकर बह रही हैं। लोग बतात हैं कि धीरे-धीरे गंगा जी दारागंज की ओर ही खिसक रही हैं। इस लिए झूंसी की तरफ मेला को बसाना प्रशासन की मजबूरी बन गई है। काली सड़क के सामने से लेकर अन्य तीन पांटून पुल को बनाने का काम जारी है। इनमें काली सड़क के पास बनाए जा रहे पांटून ब्रिज का काफी हद तक स्ट्रक्चर तैयार हो गया है। ब्रिज को बनाने के काम में जुटे वर्कर का कहना है कि पुल के आसपास कटाव तेज है। उसे रोकने का बंदोबस्त चल रहा है। वह बताते हैं कि गंगा कुछ दिनों से धीरे-धीरे दारागंज साइड ही खिसक रही हैं। यह भी स्थिति पांटून पुल के निर्माण में संशय पैदा कर रखी है। गंगा पार झूंसी साइड अभी जमीन के समतलीकरण से लेकर सेक्टर आदि का चिन्हांकन ठीक से नहीं हो सका है। यह कार्य पूरा होने के बाद ही बिजली आदि के कार्यों की शुरुआत होगी। पूरा माघ मेला क्षेत्र की सुरक्षा की जिम्मेदारी करीब ढाई हजार जवानों के कंधों होगी। मेला ड्यूटी के लिए इन जवानों की पहली खेल दस दिसंबर को यहां आमद कराएगी। पहली बार में कुल 20 प्रतिशत फोर्स आएगी। इन्हें ट्रेनिंग दिए जाने के बाद 40 प्रतिशत की दूसरी खेल बीस दिसंबर को आएगी। मेला ड्यूटी के लिए इन सभी को ट्रेंड करने के बाद तीसरी और आखिरी खेप में बचे हुए 40 प्रतिशत जवान और आ जाएंगे। मेला एसपी के मुताबिक जवानों की मेला के थानों पर तैनाती से पूर्व ट्रेनिंग होगी। यह ट्रेनिंग मेला पुलिस लाइंस में ही दी जाएगी। इस ट्रेनिंग में उन्हें मेला में ड्यूटी के तरीके और श्रद्धालुओं से बात करने आदि का सलीका बताया जाएगा।

माघ मेला ड्यूटी के लिए तीन चरणों में जवान यहां आदम कराएंगे। वह आते जाएंगे और उन्हें ट्रेनिंग कर मेला क्षेत्र के थानों पर हम भेजते रहेंगे। मेला पुलिस लाइंस का स्ट्रक्चर करीब खड़ा हो चुका है। अब उसका छप्पर व अन्य कार्यों पर काम चल रहा है।
आदित्य शुक्ला, सुरक्षा अधिकारी/एसपी माघमेला

Posted By: Inextlive