सिविल लाइंस में बनाए गए बस स्टॉपेज से बसों का ठहराव हुआ शुरूदैनिक जागरण आई-नेक्स्ट द्वारा समस्या को लेकर लगातार प्रकाशित की गई खबरों का हुआ असरक्कक्र्रङ्घ्रत्र्रक्र्रछ्व: बस स्टॉपेज पर सिटी बसों के ठहरने का सिलसिला शुरू हो गया है. सिविल लाइंस से लेकर शहर में जगह-जगह बस स्टॉपेज बनाकर छोड़ दिया गया था. यह बस स्टॉप शोपीश बन चुके थे. बसों के नहीं रुकने से यात्रियों का भी ठहराव नहीं होता था. स्मार्ट सिटी के तहत बनाए गए स्टॉपेज पर खर्च किए गए लाखों रुपयों बर्बादी के कगार पर थे. पब्लिक को बस पकडऩे के लिए भटकना पड़ता था. लोगों की इस समस्या को लेकर दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट ने अभियान शुरू कर दिया. अभियान के तहत बसों के नहीं रुकने से परेशान यात्रियों व सरकार के धन की बर्बाद एवं दमतोड़ रही सरकार की मंशा के मामले को प्रमुखता से प्रकाशित किया गया. इसका असर यह हुआ कि अधिकारी खबरों को संज्ञान लिए और बसों का ठहराव सिविल लाइंस बस स्टॉपेज पर होने लगा.

प्रयागराज (ब्यूरो)। स्मार्ट सिटी के तहत शहर में जगह-जगह स्मार्ट बस स्टॉप यात्री शेड बनाए गए थे। सिविल लाइंस से इसकी शुरुआत हुई शहर के हर चौराहे व प्रमुख सड़कों पर बस स्टॉपेज एवं यात्री शेड बना दिया गया। कहीं पर यह बस स्टॉप बन कर तैयार हुआ तो कहीं कच्छप गति से काम चल रहा है। जिन स्थानों पर काम कम्प्लीट हो चुका है वहां पर भी बसों का ठहराव महीनों से नहीं हो रहा था। सिटी बसों के यहां नहीं रुकने से यात्री परेशान हो रहे थे। शुक्रवार को सिविल लाइंस स्टॉपेज पर बस आकर रुकी और उससे कुछ यात्री उतरे तो कई उसमें सवार भी हुए।

सिविल लाइंस तक में बस स्टॉप पर बसों का मिलना मुश्किल था। इधर दो तीन दिनों से यहां बस स्टॉप पर बसें रुकने लगी हैं। इसका पूरा श्रेय दैनिक जागरण आईनेक्स्ट को ही जाता है।
रोहित कुमार, खरकौनी

सिविल लाइंस में ही बस स्टॉपेज पर सिटी बसों का ठहराव शुरू हो गया है तो और जगह भी बसें धीरे-धीरे रुकने ही लगेंगे। कम से कम सिविल लाइंस जैसे एरिया में तो बसों के लिए अब भटकना नहीं पड़ेगा। दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट के इस प्रयास की हम सराहना करते हैं।
अजीत गुप्ता, सोहबतियाबाग

दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट द्वारा पब्लिक से जुड़ी इस समस्या को उठाया जाना सराहनीय है। अधिकारियों को चाहिए कि अब अन्य क्षेत्रों में भी बस स्टॉपेज पर बसों का ठहराव सुनिश्चित करें।
दिलीप, सिविल लाइंस

हम काम के सिलसिले से हर रोज सिविल लाइंस आते और जाते हैं। आज भी काम से ही आए हैं। सिटी बसों के नहीं मिलने से बहुत परेशानी हो रही थी। अब कम से कम बसें रुकने लगीं यह बड़ा अच्छा काम हुआ। स्टॉप पर बसें रुकती हैं तो यात्री भी बस पकडऩे के लिए यहां छांव में बैठकर इंतजार करते हैं।
राहुल शर्मा, नैनी

Posted By: Inextlive