ALLAHABAD:स्टूडेंट्स का इंतजार और आक्रोश रंग लाया. अंतत छह सालों बाद इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स यूनियन को बहाल कर दिया गया है. थर्सडे की देर शाम यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने इसकी ऑफिशियल सूचना जारी कर दी है. स्टूडेंट्स यूनियन बहाल होने की इंफार्मेशन जैसे ही स्टूडेंट्स को मिली हॉस्टल और यूनियन भवन में जश्न शुरु हो गया. यह जश्न देर रात तक चलता रहा है.


स्टूडेंट काउंसिल को दी थी मंजूरीस्टूडेंट्स के यह जश्न दोगुना इसलिए हो इसलिए हो गया कि पिछले दिनों ही एयू की एकेडमिक काउंसिल ने स्टूडेंट काउंसिल को मंजूरी दी थी। जिसके बाद से स्टूडेंट्स लीडर्स द्वारा जबरदस्त प्रोटेस्ट किया जा रहा था। स्टूडेंट्स लीडर्स ने चुनावी रैली के सिलसिले में इलाहाबाद और लखनऊ आए राहुल गांधी से भी मुलाकात की थी। जिस पर राहुल गांधी ने स्टूडेंट्स को जल्द ही यूनियन का इलेक्शन करवाने का आश्वासन दिया था। दिल्ली में थे वाइस चांसलर


इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो। एके सिंह थर्सडे को दिल्ली में थे। इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के पब्लिक रिलेशन ऑफिसर प्रो। पीके साहू ने बताया कि शाम को ही उनको यूनियन का इलेक्शन कराने का निर्देश मिला था। विश्वस्त सोर्स बताते हैं कि स्टूडेंटस लीडर्स के जबरदस्त हंगामे के बाद सेंट्रल गवर्नमेंट की ओर से वाइस चासंलर पर काफी प्रेशर था। माना जा रहा है कि इसी सिलसिले में वाइस चांसलर एसके सिंह को दिल्ली बुलाया गया था। छाई खुशी, जमकर हुआ जश्न

स्टूडेंट यूनियन का बहाल करने के बाद यूनिवर्सिटी कैम्पस में जश्न छा गया है एयू यूनियन के एक्स प्रेसिडेंट संजय तिवारी कहते हैं कि यह जीत स्टूडेंटस लीडर्स के संघर्ष और आंदोलन की जीत है। उन्होंने कहा कि एयू का लोकतंत्र बहाल होना बेहद खुशी की बात है। बता दे कि इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के यूनियन को राजनीति की नर्सरी कहा जाता है।

Posted By: Inextlive