न तो लिया कहीं से प्रशिक्षण न ही यातायात नियमों की जानकारीई रिक्शा ड्राइवरों के लाइसेंस की नहीं हो रही जांचआकाश की मौत पर अफसरों ने खींचा सन्नाटा

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। हैंडल थाम लिया और बन गए ई रिक्शा के ड्राइवर। ई रिक्शा के ड्राइवरों ने कहीं से प्रशिक्षण लिया है कि नहीं। यातायात नियम की जानकारी है या नहीं। ये पूछने वाला कोई नहीं है। यातायात विभाग है तो फिर उसके पास केवल चालान काटने का काम है या फिर चौराहा हांकना। मगर काम चालान काटने के रिकार्ड बनाने से तो चलने वाला नहीं। बात यहां आम आदमी की जान की है। हादसे की है। उस हादसे की है कि जिससे पूरा एक परिवार बर्बादी की कगार पर पहुंच जाता है। नैनी पुल पर ई रिक्शा से एक्सीडेंट में जान गंवाने वाले आकाश का ही मामला लीजिए। घटना को चार दिन बीत गए हैं, मगर किसी भी अफसर ने मामले को संज्ञान में नहीं लिया। न तो यातायात विभाग के और न ही पुलिस प्रशासन के। फिर चाहे किसी की जान चली जाए अफसरों को कोई मतलब नहीं।

ये है मामला
शनिवार को नैनी के चाका का रहने वाला आकाश बाइक से शहर आने के लिए निकला। वह नैनी पुल पर बाइक से आ रहा था। अचानक आगे चल रहे एक ई रिक्शा के ड्राइवर ने यू टर्न ले लिया। आकाश अनियंत्रित हो गया। उसकी बाइक ई रिक्शा से टकरा गई। आकाश बाइक से नीचे गिर गया। उसके सिर में गंभीर चोट आई। आकाश की मौत हो गई। ये पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में रिकार्ड हो गई। घटना की वीडियो वायरल हुई।

खुली आंख से दिखती है मनमानी
शहर का कोई भी चौराहा हो। ई रिक्शा चालकों की मनमानी खुली आंख से दिखती है। चौराहों पर आड़ा तिरछा ई रिक्शा खड़ा करके चालक सवारी भरते रहते हैं। चालकों की हालत देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि उन्हें यातायात नियमों की कितनी जानकारी होगी, मगर कोई कार्रवाई नहीं होती है।

अफसरों ने नहीं लिया संज्ञान
आकाश की मौत की वीडियो पुलिस यातायात और आरटीओ के अफसरों तक पहुंची होगी। इसके बाद भी किसी अफसर ने अपनी तरफ से कोई पहल नहीं की। मीडिया में कोई बयान नहीं आया। न ही ई रिक्शा चालकों के खिलाफ कोई कार्रवाई शुरू की गई। कम से कम आकाश की मौत का वीडियो सामने आने के बाद अफसरों को सड़क पर उतरना चाहिए। आकाश की मौत को वापस नहीं किया जा सकता है मगर शहरियों को भरोसा तो दिलाया जा सकता है कि ई रिक्शा चालकों की अराजकता पर नकेल कसी जाएगी।

अभी चुनाव का समय चल रहा है। इसलिए सभी अफसर चुनाव कार्य में व्यस्त हैं। समय समय पर ई रिक्शा चालकों के खिलाफ कार्रवाई की जाती है। चुनाव के बाद अभियान चलाया जाएगा।
राजेश मौर्या, आरटीओ

ई रिक्शा चालकों के लिए भी ड्राइविंग लाइसेंस जरुरी है। मैं अभी अवकाश पर हूं। अभी मैं कुछ बता नहीं सकती हूं।
अलका शुक्ला, एआरटीओ

ई रिक्शा चालकों के खिलाफ चेकिंग अभियान चलाया जाता है। पिछले वर्ष की तुलना में इस बार ज्यादा चालान काटा गया है। अगर कोई शासनादेश आए तो उसके अनुसार कार्रवाई होगी।
आशुतोष द्विवेदी, डीसीपी ट्रैफिक

अधिवक्ता ने दर्ज कराया केस
तेलियरगंज जोंधवल के रहने वाले अधिवक्ता विजय पांडेय सिविल लाइंस आए थे। वह पत्रिका मार्ग से जा रहे थे। तभी एक ई रिक्शा चालक ने उनकी ब्रेजा कार में टक्कर मार दिया। जिससे ब्रेजा कार क्षतिग्रस्त हो गई। विजय पांडेय ने सिविल लाइंस में अज्ञात ई रिक्शा चालक के खिलाफ केस दर्ज कराया है।

Posted By: Inextlive