पोलियो एक ऐसी बीमारी है जिसकी वजह से हजारों बच्चों का जीवन नर्क बन चुका है. फिलहाल तेरह साल से प्रयागराज में एक भी पोलियोग्रस्त मरीज नही मिला है. बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग और डब्ल्यूएचओ आज भी मरीज की तलाश में लगा है. अधिकारियों का कहना है कि आज भी जानकारी और लक्षण मिलते ही हम मरीज का सैंपल जांच के लिए भेजते हैं.


प्रयागराज (ब्‍यूरो)। पोलियो एक ऐसी बीमारी है जिसकी वजह से हजारों बच्चों का जीवन नर्क बन चुका है। फिलहाल तेरह साल से प्रयागराज में एक भी पोलियोग्रस्त मरीज नही मिला है। बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग और डब्ल्यूएचओ आज भी मरीज की तलाश में लगा है। अधिकारियों का कहना है कि आज भी जानकारी और लक्षण मिलते ही हम मरीज का सैंपल जांच के लिए भेजते हैं। चार साल में चार सौ से अधिक बच्चों के सैंपल जांच के लिए लैब भेजे जा चुके हैं। लेकिन अभी तक एक भी सैंपल की रिपोर्ट पाजिटिव नह मिली है। बता दें कि जिले में पोलियो का अंतिम केस 2008 में कोरांव में मिला था। इसके बाद से हर साल अलग-अलग जगह के ऐसे 15 साल के बच्चों के सैंपल की जांच कराई जाती है। वर्तमान मं प्रयागराज पोलियोमुक्त जिला घोषित है। डब्ल्यूएचओ के डॉ आलोक कुमार के मुताबिक लोगों से नियमित टीकाकरण की अपील की जा रही है। जिससे बच्चों को पोलियो जैसी घातक बीमारी से बचाया जा सके।

Posted By: Inextlive