Allahabad : एटीएम को काट कर रातों रात लखपति बनने वाले पहले से एलर्ट थे. उन्होंने अपनी सिक्योरिटी का भी इंतजाम कर लिया था. अगर पुलिस से जरा भी चूक हो जाती है तो उनका गुडवर्क बैडवर्क बन चुका होता. गाजियाबाद का रहने वाला राजेश तमंचा लेकर एलर्ट था. वह पुलिस पर फायर भी कर देता अगर पुलिस उसको घेराबंदी करके नहीं पकड़ती. सैटरडे को पुलिस लाइंस में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान एसएसपी ने एटीएम केस का खुलासा किया. दो बदमाश पकड़े गए जिसमें एक बदमाश ने कोठापार्चा ज्वैलरी शो रूम में चोरी की बात स्वीकारी है.


12 दिन तक की रेकी  एसएसपी उमेश श्रीवास्तव ने बताया कि गाजियाबाद का रहने वाला राकेश शातिर है। राकेश की दोस्ती खुशहाल पर्वत के रहने वाले संजय तिवारी से थी। संजय के साथ मिलकर राकेश ने प्लानिंग बनाई थी। 12 दिन से वे अपने कारनामे को अंजाम देने के लिए कोशिश में लगे थे। प्लानिंग हो चुकी थी। सिर्फ दिन और समय तय नहीं था। कई बार शहर के कई इलाकों में रेकी की और फिर चकिया एरिया में स्थित यूनियन बैंक का एटीएम चुना। फोन से दी हरी झंडी


25 दिसंबर की रात एटीएम के अंदर से माल चुराना था। एक साथ सभी बदमाश घर से निकले लेकिन रास्ते में अलग अलग हो गए। राकेश और कल्याणी देवी का रहने वाला आशु उर्फ अश्वनी कुमार तिवारी जंक्शन की तरफ बढ़ गए। संजय और फाफामऊ का रहने वाला दीपक चकिया की तरह बाइक से निकल गए। रात में 12 बजे से ही लोकेशन ट्रेस की जाने लगी। लेकिन उस रात एक बजे तक चहल पहल बनी रही, जिसका अंदाजा इन्हें नहीं था। एक बजे के बाद संजय ने फोन से अपने साथियों को हरी झंडी दी। जुट गए थे अपने काम पर

पुलिस की मानें तो रात में पहुंचे बदमाश गैस कटर की मदद से एटीएम को काटने लगे। शटर बंद कर लिया। रात में आवाज और शटर के अंदर से लाइटिंग जलना-बुझना देखकर किसी ने पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस ने वहां घेराबंदी की। राकेश ने तमंचा भी निकाल लिया। पुलिस रिकार्ड की माने तो उन्होंने 27 दिसंबर की रात चौफटका के पास से आशु और राकेश को अरेस्ट किया। उनके पास से तमंचा, कारतूस, चाकू, गैस कटर, गैस सिलेंडर और लक्ष्मी ज्वैलर्स के यहां से चोरी हुआ एक सोने का हार, दो सोने की करधनी और अन्य ज्वैलरी बरामद की है।CCTV से खुला राजपुलिस ने इस गैंग के कारनामों को देखते हुए क्रास चेक किया। एसपी क्राइम भी लगाए गए। जांच में पता चला कि इन्हीं बदमाशों ने दो महीने पहले हुए कोठापार्चा में ज्वैलरी शाप में चोरी की थी। पुलिस की माने तो ज्वैलरी शॉप में चोरी के दौरान चोरों की पिक्चर सीसीटीवी कैमरे में आ गई थी। साइबर सेल ने फोटो मैच कराई.  जिसमें एक पिक्चर आशु उर्फ अश्वनी की मिलने का दावा किया। इस आधार पर पुलिस उस केस का खुलासा किया और माल की रिकवरी हो सकी। नौकर ही निकला दगाबाज  

एसएसपी उमेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि लक्ष्मी ज्वैलर्स के यहां एक गुप्ता नाम का नौकर काम करता था। कुछ समय बाद उसे शो रूम से निकाल दिया गया। इस बात से नाराज होकर गुप्ता ने ही शो रूम से चोरी करने की प्लानिंग बनाई थी। जिसमें आशु, संजय तिवारी, दीपक, गुप्ता और एक अन्य मेम्बर था जिसका नाम आशु नहीं जानता है। पुलिस अब बाकी बदमाशों की तलाश में जुट गई। इसमें संजय और दीपक दोनों केस में पुलिस रिकार्ड में वांटेड हैं।  Arrested-आशु उर्फ अश्वनी -कल्याणी देवी-राकेश गुप्ता - गाजियाबाद Wanted-संजय -खुशहाल पर्वत-दीपक -फाफामऊ -गुप्ता Recovery-एक तमंचा और दो कारतूस-चाकू, गैस कटर व गैस सिलेंडर-सोने का हार, दो सोने की करधनी और एक जोड़ा अंगुरताना

Posted By: Inextlive