- आईजी ने इलाकों में चेकिंग कराने का दिया आदेश

- लाइसेंसी दुकानदारों की भी होगी जांच

ALLAHABAD: नैनी ब्लास्ट की घटना को आईजी जोन बृजभूषण ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने कहा है कि अब अगर ऐसी घटनाएं हुई तो इसके लिए थानेदारों को ही जिम्मेदार माना जाएगा। उन्होंने पब्लिक से भी इस मामले में सहयोग मांगा है। कहा कि अगर किसी को सूचना मिलती है कि उसके घर के आसपास पटाखा बनाने या उसको एकत्र करने का काम चल रहा है तो वह इसकी गुप्त सूचना ऑफिसर्स को फोन या एसएमएस के माध्यम से दे सकता है। पुलिस कार्रवाई करेगी और सूचना देने वालों की पहचान को गुप्त रखा जाएगा।

दुकानों की भी करें चेकिंग

पटाखा बनाने वालों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश आईजी ने रविवार को जारी किया। आदेश जोन के सभी कप्तानों को भेज दिया गया है। आईजी ने कहा है कि थानेदारों की जिम्मेदारी है कि वह अवैध पटाखा बनाने वालों की धरपकड़ करें व लाइसेंस रखने वालों को भी चेक करें। यह देखें कि दुकानों पर लाइसेंस की शर्तो के अनुसार ही विस्फोटक रखे हैं या मात्रा अधिक है। ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए और डेली उनको रिपोर्ट दी जाए। आईजी ने बताया कि डीएम को लेटर भेजा जा रहा है कि वह दिवाली पर पटाखों की बिक्री के लिए ऐसे स्थानों का चयन करें जहां के आसपास आबादी न हो। बिक्री प्लेस को तय करने से पहले फायर ब्रिगेड से भी अनुमति ली जाए।

नैनी मामले की अलग से होगी जांच

नैनी ब्लास्ट मामले में अभी काफी चीजें क्लीयर नहीं हैं। मरने वाला महताब ही था या नहीं, इसका पता लगाया जाएगा। रामानंद के घर में टिके तौसीफ नाम के युवक का भी अब तक पता नहीं चल सका है। घटना के बाद महताब की पहचान से रामानंद के इंकार व अगले दिन मनोज गुप्ता उर्फ सलीम द्वारा शिनाख्त अपने बेटे महताब के रूप में करने से मामला उलझा हुआ है। नैनीताल से आया भाई भी चेहरे से उसकी पहचान नहीं कर पाया। उसने पहचान बॉडी की चोटों के निशान से की थी। आईजी ने कहा कि इस मामले की अलग से जांच करवाई जाएगी।

Posted By: Inextlive