- पति की हत्या में प्रेमी के साथ जेल भेजी गई कई महिलाओं का जीवन हुआ गर्क

स्वार्थ में प्रेम समझने वाले युवकों की लाइफ भी हुई बर्बाद

PRAYAGRAJ: स्वार्थ में कातिल इश्क लाइफ और रिश्ते दोनों ही बर्बाद कर दे रहा है। नए दौर के इश्कबाज प्यार की परिभाषा ही चेंज कर बैठे हैं। सिर चढ़कर बोल रहा कथित प्यार रिश्तों के साथ भविष्य भी चौपट कर दे रहा है। जिले में इधर बीच इसके कई उदाहरण सामने आए हैं। फरेबी प्यार के फेर में कई महिलाएं पति का ही खून करवा बैठीं। इतना ही नहीं, कई युवतियों के लिए जान देने की डींग हांकने वाले ही उनकी जान के दुश्मन बन गए। प्यार में कातिल बने प्रेमियों के साथ उनसे इश्क लड़ाने वाली महिलाएं भी जेल भेज दी गई। प्रेमिका के कत्ल में कुछ युवक भी हवालात भेजे गए। इस तरह की घटनाओं के पीछे मनो चिकित्सक कई तरह के कारण बता रहे हैं।

अपनो का ही नहीं, विश्वास का भी खून

क्राइम रेकार्ड पर गौर करें तो 26 मई को झूंसी के छतनाग में हंसराज निषाद की हत्या उसकी पत्‍‌नी ने ही प्रेमी के साथ मिलकर करवा दी। महिला का प्रेमी उसकी सगी बहन का बेटा था। साढू के घर छतनाग गए हंसराज निवासी झूंसी भतकार की हत्या कर उसकी पत्‍‌नी का प्रेमी यानी साढ़ू का बेटा बॉडी दरवाजे पर फेक कर भाग गया था। इन तथ्यों की पड़ताल के बाद पुलिस हंशराज की हत्या में उसकी पत्‍‌नी व साढ़ू के बेटे को जेल भेजा था।

सात जून को पूजा यादव ने प्रेमी के व उसके दोस्तों संग मिलकर पति विनोद यादव निवासी मेजा देवहटा की हत्या कर दी। बाइक करछना के टोंस नदी पुल पर खड़ी कर सभी भाग गए थे। कत्ल को सुसाइड या हादसे का रूप देने की इनकी कोशिश पुलिस ने नाकाम कर दी। पड़ताल में विनोद की हत्या में पत्‍‌नी पूजा व उसके प्रेमी विकास यादव, रोहित यादव व संदीप यादव का नाम सामने आया। इन चारों को भी पुलिस ने विनोद के कत्ल में जेल भेज दिया। इस तरह दोनों महिलाएं न पति का हो सकीं और न ही प्रेमी की। अपने स्वार्थ परक इश्क में वह खुद के साथ प्रेमियों की जिंदगी के साथ पति के रिश्ते को भी बर्बाद कर डालीं।

तीन जून को कोरांव के भैसौना में प्रेमी ने एक युवती की हत्या कर बॉडी तालाब में फेक दिया था। वह अपने भाई के साले की शादी में उसकी ससुराल गई थी। पुलिस की पड़ताल में प्रेमी का चेहरा बेनकाब कर पुलिस उसे जेल भेज दी। जिस युवती को कभी खरोच न आने देने के वे दावे प्यार में करता रहा होगा। उसी प्रेमिका की बेरहमी से हत्या कर दिया। घटना के यह सारे हालात और प्रकार से एक बात तो तय है कि महिलाएं न तो पति व प्रेमी से इश्क करती थीं और न ही प्रेमिका से वह युवक। दोनों के बीच प्यार के बजाय कुछ था तो बस एक स्वार्थ का रिश्ता।

इसलिए बढ़ रहे ऐसे हालात

इस तरह की घटनाओं के पीछे मनोचिकित्सक कई तरह के कारण बताते हैं

कहते हैं ऐसे लोग जिसे प्यार समझते हैं, वह इनका एक तरह का स्वार्थ होता है

इन सारी स्थितियों ृी वजह वह सोशल मीडिया के बढ़ते क्रेज को मानते हैं

मनोचिकित्सक की मानें तो सोशल मीडिया ने सबकुछ बे-पर्दा कर दिया है

तमाम तरह की चीजें इस पर आसानी से कोई भी देख व समझ सकता है

हर हाथ में मौजूद महंगे मोबाइल से लोग तमाम अनावश्यक चीजें भी देख रहे

धीरे-धीरे उनकी इच्छाएं बढ़ने लगती हैं और वह स्वार्थ को प्यार का नाम दे बैठते हैं

इससे उनमें साइकोटिक लक्षण आ जाते हैं फिर वह कुछ भी करने को तैयार होते हैं

प्रेम कभी भी जान लेने या देने की इजाजत नहीं देता। प्यार के नाम पर जो किसी की हत्या या सुसाइड करते हैं, दरअसल वह प्यार करते ही नहीं। उनकी मनो स्थिति में साइकोटिक लक्षण आ जाते हैं। इस स्थिति से बचने के कई रास्ते हैं। जिस पर अमल करके जिंदगी व रिश्ते दोनों बचाए जा सकते हैं।

डॉ। अजय मिश्र, मनोचिकित्सक प्रयागराज

महिलाएं कर सकती हैं ऐसे बचाव

हालात से बचने के लिए मनोचिकित्सक कई रास्ते भी बताते हैं। कहते हैं कि महिलाएं हों या युवतियां अथवा लड़के। उन्हें कुछ बातों की समझ रखनी चाहिए। चूंकि पुरुषों की अपेक्षा महिलाएं ज्यादा तारीफ पसंद होती हैं। शुरुआत भी यहीं से ही होती है। महिलाओं व युवतियों को चाहिए कि जब कोई तारीख करे या पसंद न पसंद की बातें छेड़े तो वहीं पर उन्हें सतर्क हो जाय। ऐसे युवकों या पुरुषों की बातों को नजरंदाज करते हुए बगैर जवाब दिए हट लेना चाहिए। जब कोई मुंह नहीं लगेगा और मौका नहीं देंगी तो वह करीब भी नहीं आएगा। इसके बाद भी कोई नहीं माने तो जानकारी घर वालों या पुलिस को दें। परिवार की जिम्मेदारियों को उठाने में व्यस्त अभिभावकों को भी चाहिए कि वे नजर रखें। बच्चों के परिवर्तित स्वभाव और उनकी आदतों को नियंत्रित रखने की कोशिश करें।

Posted By: Inextlive