व्यापार को आसान बनाएगा 'कोड वर्ड'
जीएसटी की तरह ई-वे बिल में भी है कोड वर्ड, व्यापारियों को जानना जरूरी
ALLAHABAD: गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) सिस्टम लागू होने के बाद वही व्यापारी आसानी से व्यापार कर पा रहे हैं जो जीएसटी के नियम और कोड वर्ड को समझते हैं। ई-वे बिल में भी पोर्टल पर जीएसटी की तरह ही कई कोड वर्ड दिए गए हैं। ई-वे बिल जेनरेट करने के लिए कोड वर्ड की जानकारी जरूरी है। सेल्स टैक्स के अधिकारी हों या सीए अथवा वकील सभी जीएसटी से लेकर ई-वे बिल प्रक्रिया में कोड वर्ड का ही प्रयोग करते हैं। ई-वे बिल के ये हैं कोड वर्ड एपीआई - अप्लीकेशन प्रोग्राम इंटरफेस जीएसपी- गुड्स एंड टैक्स सर्विस सुविधा प्रोवाइडर जीएसटीआईएन- गुड्स एंड सर्विस टैक्स आईडेंटीफिकेशन नंबर एचएसएन- हारमोनाइज्ड सिस्टम ऑफ नोमेनक्लेचर आईसीटी- इनफार्मेशन एंड कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी एमआईएस- मैनेजमेंट इनफार्मेशन सिस्टम आरएफआईडी- रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटीफिकेशन डिवाइस क्यूआर- क्विक रिस्पांस एसकेडी- सेमी नॉक्ड डाउनसीकेडी- कम्प्लीट नॉक्ड डाउन
ईबीएन- ई-वे बिल नंबर ईडब्ल्यूबी- ई-वे बिल यूआरपी- अन रजिस्टर्ड पर्सन जीएसटी और ई-वे बिल के कोड वर्ड को समझना और जानना व्यापारियों के लिए जरूरी है। इसकी जानकारी होने पर ही वे आसानी से व्यापार कर सकते हैं। महेंद्र गोयल, प्रदेश अध्यक्ष, कैट